षड्यंत्र रचकर नहीं तोड़ पाएंगे ये जोड़ी, कृष्ण के इशारे पर ही टूटेगी दुर्योधन की जंघा- तेजप्रताप यादव

राजद में छिड़े विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है. राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के बीच छिड़े जंग में जगदानंद सिंह और संजय यादव के ऊपर आरोप लगाने के साथ ही तेजप्रताप खुलकर मैदान में उतर गये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2021 8:39 AM

राजद में छिड़े विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है. राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के बीच छिड़े जंग में अब लालू परिवार भी दो खेमें में बंटा दिख रहा है. वहीं जगदानंद सिंह और संजय यादव के ऊपर आरोप लगाने के साथ ही तेजप्रताप खुलकर मैदान में उतर गये हैं.

तेजप्रताप यादव शुक्रवार को अपने भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे. लेकिन मुलाकात के बाद भी उनकी बात तेजस्वी यादव से नहीं हो सकी. तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि संजय यादव (Sanjay yadav Rjd) ने तेजस्वी को नहीं मिलने दिया और बीच में ही उठाकर ले गये.

इस प्रकरण के बाद शुक्रवार को तेजस्वी यादव दिल्ली के लिए रवाना हुए. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए तेजप्रताप को नसीहत दे दी कि वो बड़े भाई हैं जरुर लेकिन अनुशासन में रहें. वहीं तेजप्रताप यादव ने उनके दिल्ली यात्रा पर सवाल खड़ा कर दिया और बाढ़ पीड़ितों के बीच रहने की सलाह दी.

तेजप्रताप ने संजय यादव के साथ होने पर भी सवाल उठाए. और आरोप लगाया कि वो तेजस्वी को जनता से दूर कर रहे हैं. न्यूज 18 चैनल पर बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि संजय यादव तेजस्वी के पीए हैं. वो उस दायरे में रहें. राजनीतिक सलाहकार केवल लालू प्रसाद यादव हो सकते हैं. सलाह वहीं देंगे कि कैसे चलना है.

तेजप्रताप यादव ने ट्वीटर पर तेजस्वी और अपनी एक तस्वीर शेयर की है. उन्होंने लिखा कि ”चाहे जितना षड्यंत्र रचो कृष्ण – अर्जुन की ये जोड़ी को तोड़ नहीं पाओगे.” न्यूज 18 चैनल पर बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि संजय यादव दुर्योधन की भूमिका में है. और कृष्ण व अर्जुन के बीच में दुर्योधन आया है तो कृष्ण के इशारे पर अर्जुन ही दुर्योधन की जंघा तोड़ेगा. समय का इंतजार करना चाहिए.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version