रघुवंश प्रसाद सिंह के कड़े तेवर के आगे झुके तेजस्वी, रामा सिंह की RJD में एंट्री पर लगी रोक

पटना : राष्ट्रीय जनता दल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देनेवाले रघुवंश प्रसाद सिंह के तीखे तेवर के बाद पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बैकफुट पर जाना पड़ा है. बताया जाता है कि रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव से सीधी बातचीत कर नाराजगी जतायी. इसके बाद राजद में रामा सिंह की की एंट्री पर तत्काल रोक लगा दी गयी है. हालांकि, इधर रामा सिंह ने कहा है कि राजद की ओर से जब भी बुलावा आयेगा, मैं पार्टी ज्वाइन कर लूंगा.

By Kaushal Kishor | June 29, 2020 1:44 PM

पटना : राष्ट्रीय जनता दल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देनेवाले रघुवंश प्रसाद सिंह के तीखे तेवर के बाद पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बैकफुट पर जाना पड़ा है. बताया जाता है कि रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के मुखिया लालू प्रसाद यादव से सीधी बातचीत कर नाराजगी जतायी. इसके बाद राजद में रामा सिंह की की एंट्री पर तत्काल रोक लगा दी गयी है. हालांकि, इधर रामा सिंह ने कहा है कि राजद की ओर से जब भी बुलावा आयेगा, मैं पार्टी ज्वाइन कर लूंगा.

मालूम हो कि लोक जनशक्ति पार्टी छोड़ कर राजद में शामिल होने को तैयार रामा सिंह आज सोमवार को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करनेवाले थे. हालांकि, आनन-फानन में कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वैशाली से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रघुवंश प्रसाद सिंह के खिलाफ रामा सिंह चुनावी मैदान में थे. रामा सिंह की राजद में एंट्री का विरोध करते हुए रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.

राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के मुताबिकि, पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद रात में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से उनकी बात हुई थी. उन्होंने लालू प्रसाद यादव को पार्टी में चल रही गतिविधियों से अवगत कराया. रघुवंश प्रसाद के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव उनके सवालों का सही जवाब नहीं दे पाये. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बात करेंगे.

बताया जाता है कि राजद नेता रघुवंश प्रसाद ने पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने और पार्टी में विवादित और अजनबी चेहरे लाये जाने के बारे में बात की. समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किये जाने से नाराज रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने का फैसला किया. साथ ही रघुवंश प्रसाद का यही भी कहना है कि जेल में बंद व्यक्ति के साथ मेरा लंबा साथ रहा है. मुझे उनका साथ देना चाहिए. लेकिन, जब बात हद ज्यादा बढ़ गयी, तो मुझे ऐसा स्टैंड लेना पड़ा.

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