सवाल खड़े करने से पहले तेजस्वी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए: अशोक चौधरी
ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि नीतीश सरकार पर सवाल खड़े करने से पहले तेजस्वी यादव को अपने गिरेबान में जरूर झांकना चाहिए.
संवाददाता, पटना ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि नीतीश सरकार पर सवाल खड़े करने से पहले तेजस्वी यादव को अपने गिरेबान में जरूर झांकना चाहिए. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एक गरिमापूर्ण पद होता है. राह चलते बगैर तथ्यों के सरकार पर कुछ भी आरोप लगाना कहीं से भी शोभनीय नहीं है. तेजस्वी यादव को आरोपों के साथ-साथ प्रामाणिक आधार भी जनता के समक्ष रखना चाहिए. मंत्री अशोक चौधरी ने यह बातें शुक्रवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से कहीं. इससे पहले उन्होंने जनसुनवाई में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया. एक सवाल के जवाब में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जातीय गणना कराने में राजद की कोई भूमिका नहीं है, झूठा प्रचार करने से उन्हें कुछ भी हासिल नहीं होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बिहार में जातीय गणना का नीतिगत निर्णय लिया तो उस वक्त राजद नीतीश सरकार में भागीदार नहीं था. तमाम अड़चनों के बावजूद भी जातीय गणना का काम पूरा होना और समय पर उसके आंकड़े जारी करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक कूटनीति का नतीजा है. एक अन्य सवाल पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि राजद के 15 वर्षों के शासन में प्रदेश की क्या स्थिति थी और अधिकारियों के साथ किस तरह का बर्ताव किया जाता था, यह जगजाहिर है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने माता-पिता के क्रियाकलापों को लेकर काफी अफसोस या खेद व्यक्त नहीं किया. इस जनसुनवाई में विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ ‘गांधी जी’ और जिलाध्यक्ष रूदल राय मौजूद रहे.
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