Bihar Flood: नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण बिहार की अधिकांश नदियों में उफान जारी है. वहीं गंगा नदी के जलस्तर में शनिवार को कमी दर्ज की गई है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण प्रभावित पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफफरपुर, पूर्णिया, मधुबनी के 20 प्रखंडों में 140 ग्राम पंचायतों के 1.41 लाख जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित हो गयी है. पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी इस स्थिति को लेकर बयान जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
कोसी नदी का जलस्तर 56 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है : तेजस्वी यादव
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बयान जारी कर कहा है कि नेपाल में हो रही निरंतर बारिश से कोसी के जलस्तर में वृद्धि के कारण कोसी बैराज के सभी फाटक खोल दिए गये है. कोसी नदी का जलस्तर 56 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ सकता है. कोसी तटबंध के भीतर, बांध एवं नहर के नजदीक बसे क्षेत्रवासियों को सचेत, सतर्क, सावधान, सुरक्षित रहने का विनम्र आग्रह करता हूं.
तेजस्वी ने लोगों से की अलर्ट रहने की अपील
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रशासन की तरफ से भी हाइ अलर्ट जारी किया गया है. राजद कार्यकर्ता भी लोगों की सेवा के लिए तत्पर और सजग है. प्रशासन एवं सरकार से आग्रह है कि लगातार मॉनिटरिंग कर, चौकन्ना रहकर लोगों को सावधान करें एवं उन्हें सुरक्षित रखे.
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नदियों के जलस्तर पर नजर बनाए रखने का निर्देश
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बताया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है. यहां 100 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. तीन राहत शिविर में 1200 बाढ़ प्रभावित लोग ठहरे हुए है. इन इलाकों में आवागमन के लिए 240 नावों का परिचालन हो रहा है. साथ ही, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए दवाओं के साथ डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की गयी है. विभाग ने इन सभी नदियों के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि पर नजर रखने का निर्देश दिया है. बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए मानक के अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया है.
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