बिहार में विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है, पहले दिन स्पीकर ने श्रद्धांजलि के बाद सदन को मंगलवार तक स्थगित कर दिया. वहींं राजद, कांग्रेस और माले ने सरकार को सदन में घेरने की रणनीति बनाने मेें जोर शोर से जुटी है. बताया जा रहा है कि विपक्षी विधायकों पर सदन में पुलिसिया कार्रवाई, महंगाई और कोरोना वायरस को लेकर राजद, कांग्रेस और माले सदन में हंगामा कर सकती है.
सदन स्थगित होने के बाद तेजस्वी यादव, मदन मोहन झा, अजीत शर्मा और महबूब आलम ने विधायकों के साथ मीटिंग की. इस मीटिंग के बाद तेजस्वी ने कहा कि विधायकों से मारपीट मामले में अब तक कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है. अगर सरकार इस मामले में कार्रवाई नहीं की और सदन में माफी नहीं मांगी तो, हम इसका विरोध करते रहेंगे.
महंगाई भी होगा मुद्दा- बताया जा रहा है कि विपक्षी दल इस सत्र में सरकार के खिलाफ महंगाई के मुद्दे को भी सदन में उठाएगी. पिछले दिनों इस मुद्दे को लेकर बिहार में में राजद ने दो दिनों तक राज्यव्यापी प्रदर्शन किया था. अब माना जा रहा है कि विपक्ष इसे सदन में भी मुद्दा बनाएगी और सरकार से चर्चा की मांग करेगी.
कोरोना से मौत का मुद्दा- सरकार के लिए कोरोना वायरस से हुई मौत का मामला भी गले की फांस बन सकती है. दरअसल, विपक्ष सदन में इसको लेकर मजबूती से सरकार की घेराबंदी करेगी. बिहार में कोरोना वायरस के दौरान सरकारी अव्यवस्था पर विपक्ष पहले भी हमला बोल चुकी है.
इधर, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस बात से दुखी नजर आये कि सदन में उन्हें विश्वास रखने का मौका नहीं दिया गया़ उन्होंने बताया कि सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की है़ उनसे दो प्रस्ताव रखने के लिए अनुमति मांगी़ उन्होंने मौखिक तौर पर कहा कि मंगलवार की कार्यवाही में आपके प्रस्तावों पर चर्चा के लिए समय दिया जायेगा़
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने यह नहीं बताया कि मंगलवार को विधानसभा पटल में रखे जाने वाले प्रस्ताव क्या होंगे? इस संदर्भ में उन्होंने अपने पत्ते छिपाते हुए कहा कि मंगलवार तक इंतजार करना चाहिए़ तेजस्वी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि विपक्ष के सभी लोगों ने काला मास्क पहनकर 23 मार्च को विधायकों के साथ हुई की घटना का विरोध किया है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra