राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी और तेज प्रताप अब आमने-सामने आ गये हैं. तेजप्रताप यादव ने शनिवार को आरोप लगाकर सियासी गलियारे में भूचाल मचा दिया कि उनके पिता को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा गया है. वहीं इस प्रकरण को लेकर अब आरजेडी सुप्रीमो को छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव पिछले कुछ समय से अपनी पार्टी के अंदर ही नाराज चल रहे हैं और कई लोगों पर आरोप लगाने के कारण सुर्खियों में रहे हैं. इस बार उन्होंने पारिवारिक कलह को बाहर रखा और अपने इस बयान से भूचाल मचा दिया कि कुछ लोगों ने आरजेडी सुप्रीमो को दिल्ली में बंधक बना लिया है.
तेजप्रताप ने वर्तमान संगठन के पदाधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया है. वहीं कुछ लोग इस बयान को लोग लालू परिवार से जोड़कर भी देख रहे हैं. बता दें कि लालू प्रसाद यादव जेल से रिहा होने के बाद से ही अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास में हैं.
दूसरी तरफ तेजप्रातप के बयान से मचे सियासी भूचाल पर उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. रविवार सुबह दिल्ली से पटना पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री लंबे अरसे तक रहे, केंद्र में मंत्री रहे. देश के दो प्रधानमंत्रियों को कुर्सी पर बैठाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही. उन्होंने पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करवाया. उसके बाद इस तरह के आरोप लालू प्रसाद यादव के व्यक्तित्व से मेल नहीं खाती हैँ.
बता दें कि शनिवार को छात्र जनशक्ति परिषद के प्रशिक्षण शिविर में तेजप्रताप ने ताबड़तोड़ हमले अपने संबोधन के जरिये किये. उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद को साजिशन जनता से दूर किया जा रहा है.पिता लालू प्रसाद को जेल से आये लंबा समय हो गया है, लेकिन उनको पटना नहीं आने दिया जा रहा है. उन्हें दिल्ली में ही रोककर रखा गया है.
तेजप्रताप ने कहा कि चार-पांच लोग ऐसे हैं जो पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं. यह सब कोई जानता है. उनका नाम लेने से कोई फायदा नहीं. वे लालू प्रसाद को जनता से दूर करने में लगे हुए हैं. ऐसे लोगों को उन्होंने चालबाज का विशेषण दिया.
Posted By: Thakur Shaktilochan