21 day lockdown : तेजस्वी ने CM नीतीश और बिहारवासियों को लिखा पत्र, कहा- हर बिहारी ‘बिहारी रक्षक’
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना कोष से एक करोड़ की राशि तत्काल संबंधित जिलाधिकारियों को निर्गत करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने बिहारवासियों को भी पत्र लिख कर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए उपाय बताते हुए अपील की है. उन्होंने कहा है कि हर बिहार 'बिहारी रक्षक' बन कर कोरोना वायरस से लड़ेगा.
पटना : बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना कोष से एक करोड़ की राशि तत्काल संबंधित जिलाधिकारियों को निर्गत करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने बिहारवासियों को भी पत्र लिख कर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए उपाय बताते हुए अपील की है. उन्होंने कहा है कि हर बिहार ‘बिहारी रक्षक’ बन कर कोरोना वायरस से लड़ेगा.
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर कहा है कि ”कोरोना वायरस की भयावह और आपात स्थिति को देखते हुए माननीय विधानसभा और विधानपरिषद सदस्यों के मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना कोष (2019-20, 2020-21) में से एक करोड़ रुपये की राशि तत्काल संबंधित जिला अधिकारियों को तत्काल निर्गत किये जाएं, ताकि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों द्वारा मास्क, हैंड सेनिटाइजर, दवा, टेस्टिंग किट, रोगी वाहन, जांच, उपचार अथवा अन्य अति आवश्यक सामग्री यथाशीघ्र उपलब्ध कराया जा सके.”
साथ ही उन्होंने आमलोगों से अपील करते हुए ‘जन-प्रार्थना पत्र’ लिखा है. उन्होंने कहा है कि ”हर बिहारी ‘बिहार रक्षक’ बन कर कोरोना वायरस से साहस से लड़ेगा.” उन्होंने बिहारवासियों से अपील की है कि ”इंसानियत पर आये इस खतरे का जागरूकता, साहस, सक्रियता और सतर्कता के साथ सामना करें. सरकार को सहयोग करें. नियमों का पालन करें और बचाव के उपायों को अपनाएं.
आम लोगों से की अपील, कहा…कोरोना के खिलााफ इस जंग में हम सभी सिपाही हैं. फौजी हैं, डॉक्टर हैं, हम बिहार रक्षक हैं.
हमारे द्वारा बरती हर सावधानी, अपनाया हुआ बचाव का हर उपाय, नियमों का पालन हमारे द्वारा बिहार की और राष्ट्र की सच्ची सेवा होगी.
जहां तक संभव हो, घर से ना निकलें. हम अपने घर में रुकेंगे, तो बीमारी रुक जायेगी.
हर व्यक्ति दूसरे से कम से कम पांच फीट की दूरी बरतें.
अपने हाथों को बार-बार साबुन या हैंडवाश से धोते रहें.
मास्क ना हो, तो गमछा या रूमाल मुंह पर बांध कर घर से बाहर निकलें.
महिलाएं साफ दुपट्टा, चुन्नी, ओढ़नी या रूमाल को मुंह पर रखें.
आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें.
बड़े- बुजुर्गों का खास ख्याल रखें, उन्हें बचाव के उपाय समझाएं.
घर में रहना सबसे आसान उपाय है, दुआ भी यही है दवा भी यही है.
जिम्मेदारी बहुत बड़ी है और जिम्मेदारी हम सब की है. बड़ी जिम्मेदारी से अपनी अपनी जिम्मेदारी निभायेंगे.
हर एक इंसान इसे तपस्या समझें, भक्ति समझें, कर्तव्य समझें.
जिस प्रकार हम सब व्रत रखते हैं, उसी प्रकार कोरोना के खिलाफ इस जंग को व्रत समझें.
प्रण लें कि हर नियम का पालन करेंगे और दूसरों को प्रेरित करेंगे.
हर बिहारी, हर देशवासी के लिए ये परीक्षा की घड़ी है, भारत हमेशा जीता है और आगे भी जीतेगा. हिम्मत, हौसला और सही फैसला ही बेहतर परिणाम लायेगा.
हम सब ‘बिहार रक्षक’ बन कर हर बिहारी को कोरोना से बचायेंगे.