5597 छठ घाटों पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष, अविलंब बदले जायेंगे जले ट्रांसफॉर्मर
छठ पूजा के अवसर पर विद्युत आपूर्ति हेतु की जा रही तैयारियों की सीएमडी ने की समीक्षा
– छठ पूजा के अवसर पर विद्युत आपूर्ति हेतु की जा रही तैयारियों की सीएमडी ने की समीक्षा संवाददाता, पटना. छठ पूजा के दौरान निर्बाध, गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर बिजली कंपनियों ने 5597 छठ घाटों पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष बनाये हैं. यह नियंत्रण कक्ष पूजा की अवधि में रात-दिन कार्यरत रहेंगे. इसके लिए जिला और प्रमंडल स्तर पर अधिकारी-कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है. गुरुवार को ऊर्जा सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने छठ पूजा के दौरान बिजली आपूर्ति को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा के बाद यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कहीं ट्रांसफॉर्मरों के खराब होने या जलने पर अविलंब बदला जायेगा. इसको लेकर क्षेत्रीय स्तर पर पर्याप्त संख्या में ट्रांसफार्मर उपलब्ध हैं. फीडरों के ब्रेकडाउन होने की स्थिति में भी वैकल्पिक इंतजाम किये गये हैं. वहीं, आपूर्ति से जुड़े फील्ड इंजीनियरों व तकनीकी कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है. विशेष परिस्थिति को छोड़ कर उनको इस अवधि में अवकाश नहीं मिलेगा. ऊर्जा सचिव ने बताया कि निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पावर सब स्टेशन एवं 33 केवी/11 केवी लाइनों की मरम्मत का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. छठ घाट पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से जर्जर बिजली लाइनों को बदला जा रहा है. पहुंच पथ में गुजरने वाली 11 केवी की बेयर कंडक्टर लाइनों को कवर्ड कंडक्टर में बदला जा रहा है या उनमें सुरक्षा हेतु गार्ड वायर लगाये जा रहे हैं. भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में लोहे के विद्युत पोलों पर स्पर्शाघात से बचाव के लिए डायलेक्ट्रिक पेंट अथवा पॉलीथीन शीट लगाया जा रहा है. नंगे तारों को एबी केबल से बदलने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में स्थित ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग का कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है. मुख्यालय स्तर पर भी 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित होगा ताकि आपूर्ति की निगरानी की जा सके और किसी भी आपातकालीन स्थिति का त्वरित समाधान हो सके. सीएमडी ने बताया कि राज्य में कुल 5,597 छठ घाट बने हैं, जिनमें 2,381 घाट साउथ बिहार एवं 3,216 घाट नॉर्थ बिहार बिजली कंपनी के अंतर्गत हैं. अब तक 3,000 से अधिक घाटों के विद्युत संरचना का रखरखाव कार्य पूरा कर लिया गया है. बैठक में साउथ बिहार बिजली कंपनी के एमडी महेंद्र कुमार, नॉर्थ बिहार बिजली कंपनी के एमडी डॉ निलेश देवरे सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
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