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10 हजार लोग राहत शिविर में झेल रहे विस्थापन का दर्द

गंगा का जल स्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसके चलते करीब 10 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 22, 2024 12:48 AM

संवाददाता, पटना गंगा का जल स्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसके चलते करीब 10 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं. बाढ़ से बचने के लिए नकटा दियारा के निचले हिस्से के कई टोलों के लोग पाटीपुल घाट व एलसीटी घाट पर राहत शिविर में रात गुजार रहे हैं. बता दें कि, घरों में पानी घुसने से लोगों के साथ मवेशियों का भी जीना मुश्किल हो गया है. चारा के लिए किसानों पर संकट मंडराने लगा है. जिसके कारण किसान मवेशी के साथ पलायन करना शुरू कर चुके हैं. बता दें कि, राहत शिविर के पास लोगों की सुविधा के लिए पिंक टॉयलेट, दो एंबुलेंस, पशु एंबुलेंस, मोबाइल पशु चिकित्सालय, सामुदायिक रसोई, चिकित्सा शिविर आदि लगे हैं. एलसीटी घाट के पास शिविर में पहुंचे रामधन महतो बताते हैं कि बिंदटोली के वार्ड 13 और 14 से करीब 4000-5000 लोग आये हैं. वहां, करीब करीब 400 घर बाढ़ से प्रभावित हैं. यहां आये चार दिन हो गये हैं. शुक्रवार से खाना मिल रहा है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित लोगों को राहत पहुंचायी जा रही है. जिले के सात अंचलों में अलग-अलग इलाके में लोग प्रभावित हैं. प्रभावित लोगों के आवागमन के लिए 106 नाव की व्यवस्था की गयी है. नौ जगहों पर सामुदायिक किचन शुरू कर सुबह व शाम में खाना दिया जा रहा है. 2762 प्रभावित लोगों के बीच पॉलीथिन सीट का वितरण किया गया है. अथमलगोला में आवागमन के लिए आठ नाव व एक जगह सामुदायिक किचन शुरू है. 126 लोगों को पॉलीथिन सीट दिया गया है. बख्तियारपुर अंचल में 17 नाव, एक सामुदायिक किचन व 600 पॉलीथिन सीट, बाढ़ में दो नाव, एक सामुदायिक किचन व 221 पॉलीथिन सीट का वितरण किया गया है.

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