कश्मीर में आतंकियों को अब सीमांचल के लड़कों के हाथों भेजा जा रहा पैसा, टेरर फंडिग का नया रास्ता बना बिहार- नेपाल बॉर्डर

भारत का माहौल बिगाड़ने की साजिश लगातार चल रही है. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बढ़ी निगरानी के बाद अब दशहतगर्दों ने टेरर फंडिंग का नया रास्ता ढूंढ लिया है. अब नेपाल से बिहार के रास्ते रुपये की खेप कश्मीर की घाटी में मंगवायी जा रही है. इसके लिए बिहार के लड़कों को प्रलोभन देकर जरिया बनाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2021 8:25 AM
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भारत का माहौल बिगाड़ने की साजिश लगातार चल रही है. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बढ़ी निगरानी के बाद अब दशहतगर्दों ने टेरर फंडिंग का नया रास्ता ढूंढ लिया है. अब नेपाल से बिहार के रास्ते रुपये की खेप कश्मीर की घाटी में मंगवायी जा रही है. इसके लिए बिहार के लड़कों को प्रलोभन देकर जरिया बनाया जा रहा है.

भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर कड़ी निगरानी के कारण कश्मीर में आतंकियों को बाहर से पैसे मंगवाने में दिक्क्त हो रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब दशहतगर्दों ने अपना नया रास्ता तैयार किया है. बिहार और नेपाल के बॉर्डर इलाकों का इसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं सीमांचल के लड़कों को पैसे कमाने का लोभ देकर यह काम करवाया जा रहा है.

इस बात का खुलासा तब हुआ जब बिहार के अररिया जिले के एक लड़के को नकली नोटों के साथ एसएसबी के जवानों ने दबोचा. इस लड़के के पास से अररिया एसएसबी के 52वीं बटालियन के जवानों ने एक लाख पैंसठ हजार रुपये के नकली नोट बरामद किये. जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गयी तो कई राजों का खुलासा हुआ.

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एसएसबी ने बिहार-नेपाल सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी है और जवानों को अलर्ट रहने का निर्देश दे दिया है. पूछताछ के दौरान युवक ने पुलिस को बताया है कि वह नेपाल से रुपये की खेप लाकर अपने घर में इकट्ठा करता था और मोटी रकम जमा होने के बाद उसे कश्मीर ले जाकर पहुंचा देता था. जिसके बाद जांच एजेंसियों को अब इस मामले की जांच में लगा दिया गया है.वहीं पकड़े गये रुपये की जांच अभी बांकी है कि ये असली नोट हैं या नकली.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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