बिहार में वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर मंथन
संवाददाता, पटना
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि कपड़ा उद्योग में कृषि के बाद सबसे बड़ा रोजगार इसी क्षेत्र में है. करीब साढ़े पांच करोड़ लोग इस क्षेत्र से जुड़े हैं. बिहार में वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को तलाशने के उद्देश्य से केंद्र में मंत्री बनने के बाद पहली बार पटना आये श्री सिंह ने शनिवार को राज्य के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा के साथ बैठक की.उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में इस क्षेत्र में और विकास किया जायेगा तथा लगभग 50 लाख अतरिक्त लोगों को रोजगार दिया जायेगा, जिसमें उनका लक्ष्य दो लाख लोगों को बिहार में रोजगार देना है.केंद्र और बिहार की डबल इंजन की सरकार राज्य को नये उचांइयों पर ले जायेगी.
केंद्रीय मंत्री ने राज्य के उद्योग मंत्री के साथ की बैठक
गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत सरकार और बिहार सरकार मिलकर राज्य के वस्त्र उद्योग के विकास की संभावनाओं को चिह्नित करेगी. बिहार, देश के वस्त्र मानचित्र पर एक सशक्त राज्य के रूप में उभर कर आयेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में तसर सिल्क, ऐरी सिल्क और गारमेंट क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं और वो खुद तमिलनाडु के त्रिपुर के बड़े उत्पादकों के संपर्क में हैं. जल्द ही वहां से कुछ उत्पादक राज्य का दौरा करेंगे. श्री सिंह ने कहा कि उनकी मंशा है कि राज्य में वस्त्र उद्योग का समुचित विकास हो और इस क्षेत्र में कम से कम एक से दो लाख रोजगार का सृजन किया सकता है.
राज्य में मानव संसाधन की कमी नहीं: मौके पर राज्य के अपर मुख्य सचिव (उद्योग)संदीप पौंड्रिक ने कहा कि राज्य में मानव संसाधन प्रचुर है और राज्य की औद्योगिक नीति किसी भी राज्य से बेहतर है. जरूरत है निवेशकों के बीच अनुकुल वातावरण तैयार करने का. उन्होंने विभिन्न हित धारकों के साथ इस संबंध में शीघ्र बैठक के आयोजन का सुझाव दिया.
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