बिहार में फिर से इन 36 मेले-महोत्सवों का ले सकेंगे आनंद, थावे महोत्सव के साथ आयोजनों का दौर शुरू…
बिहार में फिर एकबार मेले और महोत्सवों का आयोजन शुरू हो चुका है. थावे महोत्सव के साथ ही बिहार में अब 32 महोत्सव और 4 मेलों का आयोजन किया जाना है. जानिये किन जिलों में मेले और महोत्सव का है महत्व...
बिहार में लंबे अंतराल के बाद एकबार फिर मेला और महोत्सव की धूम देखने को मिल रही है. गोपालगंज के थावे महोत्सव से इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. पर्यटन विभाग ने प्रदेश में होने वाले मेले और महोत्सव का कैलेंडर भी जारी कर दिया है.
कोरोनाकाल में मेले-महोत्सव पर लगी ब्रेक
कोरोनाकाल में संक्रमण की बढ़ी रफ्तार के कारण इन कार्यक्रमों पर रोक लगायी गयी थी. स्थिति सही होने के बाद अब इसकी अनुमति मिली है. वहीं पिछले दो सालों से कोरोना की लगातार आ रही लहरों के कारण लोग घरों में ही रहे. अब मौका मिलने के बाद लोग जमकर इसका आनंद ले सकेंगे.
गोपालगंज में थावे महोत्सव का आगाज
बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे(गोपालगंज) में रामनवमी के मौके पर पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित थावे महोत्सव का उद्घाटन किया गया. दो दिनों तक चलने वाले ऐतिहासिक थावे महोत्सव के बुलंद भविष्य का संकल्प लिया गया. महाआरती से लेकर भक्ति और भोजपुरी के गीत से लेकर गजल तक गूंजते रहे.कोरोना के संक्रमण काल 2020 और 2021 को छोड़कर हर साल महोत्सव को एक नये अंदाज में मनाया गया. शारदा सिन्हा की गीतों के साथ इसे शुरू किया गया.
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32 महोत्सव और 4 मेले का आयोजन
बिहार सरकार का पर्यटन विभाग 36 आयोजन कर रहा है. जिसमें 32 महोत्सव और 4 मेले हैं. ये सभी मेले-महोत्सव पिछले 2 सालों से कोरोना के कारण रूके हुए थे. बिहार का सुप्रसिद्ध सोनपुर मेला, गया का पितृपक्ष मेला, बांका का मंदार महोत्सव और दरभंगा का मिथिला लोक उत्सव समेत अन्य महत्वपूर्ण मेले व महोत्सवों का आनंद फिर से लिया जा सकेगा. इन मेलों में स्थानीय कलाकारों को अधिक से अधिक मौका मिलेगा.
बिहार के महोत्सव
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थावे महोत्सव ,गोपालगंज
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मुंडेश्वरी महोत्सव, भभुआ
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लछुआर महोत्सव ,जमुई
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पटना साहिब महोत्सव
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कुंडलपुर महोत्सव, नालंदा
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सूफी महोत्सव, काको
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उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव,
महिषी सहरसा
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उच्चैठ महोत्सव, मधुबनी
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अहिल्या गौतम महोत्सव, दरभंगा
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राजगीर महोत्सव
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मिथिला लोक उत्सव, दरभंगा
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वैशाली महोत्सव
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परशुराम उत्सव मेला ,पटना
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सीतामढ़ी महोत्सव
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शेरशाह महोत्सव, रोहतास
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सूफी महोत्सव, मनेरशरीफ
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मुंगेर महोत्सव
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वाणावर महोत्सव, जहानाबाद
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बौद्ध महोत्सव, बोधगया
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तपोवन, गया
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मंदार महोत्सव, बांका
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सिंहेश्वर महोत्सव, मधेपुरा
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उमगेश्वरी महोत्सव, औरंगाबाद
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विक्रमशिला महोत्सव, भागलपुर
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मिथिला महोत्सव, मधुबनी
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कोशी महोत्सव, सहरसा
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सूर्य महोत्सव देव, औरंगाबाद
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मार्तंड महोत्सव, झंझारपुर
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रोहतासगढ़ किला, महोत्सव
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गुप्ताधाम महोत्सव, रोहतास
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मेहंदार महोत्सव, सीवान
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बाबा कोटेश्वर महादेव महोत्सव, बेला गया
बिहार के 4 मेले
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श्रावणी मेला, सुल्तानगंज/मुंगेर : 23 जुलाई से 22 अगस्त तक
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पितृपक्ष मेला, पुनपुन/गया : 10 से 25 सितंबर तक
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सोनपुर मेला, सारण : 08 नवंबर से 08 दिसंबर तक
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मकर मेला, राजगीर : 14 जनवरी से 21 जनवरी तक