संवाददाता, पटना: रात 11 बजे से दो बजे तक चलने वाले इस मॉक ड्रिल के माध्यम से रात में सफाई व्यवस्था और संप हाउस कर्मियों के कार्यो का जायजा लिया जायेगा और उनके रियल टाइम की मॉनीटरिंग की जायेगी. गौरतलब है कि मॉनसून के पहले से नाला उड़ाही और सफाई को पूरा किया जा चुका है. इसके साथ ही जमीनी स्तर पर जल निकासी में आ रही परेशानी, नाला उड़ाही की गुणवत्ता और तकनीकी पहलुओं की जांच भी समय-समय पर की जा रही है.
संप हाउस के इनलेट और आउटलेट की होगी जांच
मॉक ड्रिल के दौरान सभी अंचलों में स्थित संप हाउस के इनलेट, आउटलेट, ग्रेटिंग और कनेक्टिंग नालों सहित मैनहोल और कैचपिट के सफाई की जांच की जायेगी.
15 जून से तैनात की जायेगी क्विक रिस्पांस टीम
पटना नगर निगम द्वारा माॅनसून के दौरान सक्रिय रहने वाली क्विक रिस्पांस टीम ( क्यूआरटी ) की भी तैनाती 15 जून से की जायेगी. यह टीम बरसात होने के साथ ही अलर्ट होकर जल निकासी करवाती है.
पंप एवं ऑपरेटर तैनात करने का सभी अंचल को दिया गया निर्देश
वर्षा के दौरान शहर के निचले हिस्से में जल निकासी के लिए पंप की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए अंचल को उपलब्ध सभी पंपों को चालू अवस्था में करते हुए संलग्न ऑपरेटर की प्रतिनियुक्ति करने और आवश्यकतानुसार पाइप तैयार रखने का भी निर्देश दिया गया है.
सफाई और जलनिकासी के संसाधनों के उपयोग की होगी जांच
मॉक ड्रिल के दौरान पटना नगर निगम द्वारा स्वीपिंग मशीन से सड़कों की धुलाई, सफाई कर्मियों की उपस्थिति और कार्य के दौरान मानकों का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच की जायेगी. गौरतलब है कि सभी अंचलों में सफाई के सभी संसाधन, मशीनें और माॅनसून के दौरान जलनिकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाये जा चुके हैं. इसके साथ ही क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम ) के जोनल ऑफिसर, डीपीएस पर नियुक्त पदाधिकारी भी मॉक ड्रिल के दौरान अलर्ट मोड पर मौजूद रहेंगे.
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