दो वर्षों में डेंगू के मरीजों की संख्या घटी, मौत के आंकड़े में भी आयी कमी
डेंगू के प्रकोप को लेकर सितंबर माह सबसे अधिक जोखिम वाला साबित होता है. पिछले वर्ष सिर्फ सितंबर में 6146 नये मरीज डेंगू से पीड़ित हुए थे.
संवाददाता, पटना
डेंगू के प्रकोप को लेकर सितंबर माह सबसे अधिक जोखिम वाला साबित होता है. पिछले वर्ष सिर्फ सितंबर में 6146 नये मरीज डेंगू से पीड़ित हुए थे. सितंबर माह गुजर गया, जबकि इस वर्ष जनवरी से अब तक कुल 8827 मरीज ही डेंगू से पीड़ित हुए हैं. इस वर्ष भी बिहार के हर जिले में डेंगू के नये मरीज नहीं पाये गये हैं. इस वर्ष भी सर्वाधिक 4403 डेंगू के नये मरीज सिर्फ पटना जिले में पाये गये हैं. डेंगू के कारण इस वर्ष मरनेवालों की संख्या 15 हो गयी है.
डेंगू का पिछले पांच वर्षों के प्रभाव को देखें, तो कोरोना काल में भी इसके मच्छर शांत नहीं बैठे थे. हालांकि, कोरोना काल के बाद इसकी संख्या में तेजी से वृद्धि दर्ज हुई. वर्ष 2022 में डेंगू के मरीजों में बेतहाशा वृद्धि हुई और इसके मरीजों की संख्या 13972 पर पहुंच गयी. वर्ष 2022 में 32 डेंगू मरीजों की मौत हुई थी. इसी तरह से पिछले वर्ष 2023 में डेंगू के अब तक सर्वाधिक 20224 मरीज पाये गये थे. पिछले साल इसके कारण 74 लोगों की मौत हुई थी. नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल की वेबसाइट पर बिहार के डेंगू के आंकड़ों को दर्शाया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है