62 सेक्टरों में बांटा गया है पितृपक्ष मेला क्षेत्र
गया जिले में 17 सितंबर से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को देखते हुए शहर की सफाई, शौचालय, कचरा निस्तारण, स्ट्रीट लाइट, पेयजल आदि व्यवस्थाओं को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग तैयारियों में जुटा है.
संवाददाता, पटना. गया जिले में 17 सितंबर से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को देखते हुए शहर की सफाई, शौचालय, कचरा निस्तारण, स्ट्रीट लाइट, पेयजल आदि व्यवस्थाओं को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग तैयारियों में जुटा है. शनिवार को विभागीय मंत्री नितिन नवीन ने इन व्यवस्था से जुड़े पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि संपूर्ण मेला क्षेत्र को पांच जोन एवं 62 सेक्टर में बांटा गया है. इनमें से कोर एरिया के 12 सेक्टरों में हर दिन तीन पालियों में जबकि बफर, बाहरी, शौचालय व प्रशासनिक सेक्टर की दो पालियों में सफाई होगी. प्रशासनिक सेक्टर में एक कंट्रोल रूम एवं एक आकस्मिक टीम 24 घंटा कार्यरत रहेगा.बैठक में उन्होंने मेला क्षेत्र से निकलने वाले सभी कूड़ा एवं अपशिष्ट का निष्पादन निगम के नैली स्थित प्रोसेंसिग प्लॉट में कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र के सभी वार्डो, तालाबों एवं कुंडों की सफाई हेतु पर्याप्त ब्लीचिंग, चुना, फिटकिरी आदि प्रयोग किया जायेगा. किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए क्यूआरटी टीम की व्यवस्था की गई है. साथ ही तीर्थ यात्रियों एवं पुलिस बल के लिए 60 आवासन स्थलों के परिसर की सफाई हेतु 02-02 मजदूर दिया गया है. उन्होंने बताया कि गया में मेला क्षेत्र के सभी प्याऊ कार्यरत है. इसके अलावा तीर्थ यात्रियों एवं पिंडदानियों के लिए 19 स्थानों पर अस्थाई पनशाला की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही 30 पानी टैंकर रंगाई-पोताई कर उपलब्ध रखा गया है, जिसे आवश्यकतानुसार अन्य स्थानों पर लगाया जायेगा. जल-जमाव की आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए निगम को 9 डीजल पंप की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. नगर विकास मंत्री ने बताया कि इइएसएल द्वारा मेला क्षेत्र में लगाई गयी 3584 लाइट में से 3450 कार्यरत हैं. शेष 134 लाइट की मरम्मति कराई जा रही है.
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