पुलिस ने लैब टेक्नीशियनों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, एक दर्जन से अधिक को लगीं चोटें
पुनर्बहाली की मांग को बुधवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे लैब टेक्नीशियनों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इसमें एक दर्जन से अधिक लैब टेक्नीशियन घायल हो गये.
संवाददाता, पटना : अपनी पुनर्बहाली की मांग को बुधवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे लैब टेक्नीशियनों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया. इस दौरान लैब टेक्नीशियनों को पुलिस ने गर्दनीबाग धरना स्थल तक दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इसमें एक दर्जन से अधिक लैब टेक्नीशियनों को चोटें आयी हैं. कुछ को लाठी से और कुछ भगदड़ में गिरने के कारण चोटिल हो गये. आंदोलन का नेतृत्व राजीव कुमार ने किया. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गर्दनीबाग धरनास्थल पर हुए एकत्र
लैब टेक्नीशियन अपनी मांगाें को लेकर पहले गर्दनीबाग धरना स्थल पर एकत्र हुए. इसके बाद प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर निकले. लेकिन आवास की ओर मुड़ते ही वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक दिया और आगे बढ़ने नहीं दिया. लेकिन लैब टेक्नीशियन आगे बढ़ने लगे. इसके बाद पुलिस जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया और वहां से खदेड़ दिया. पुलिसकर्मियों ने रुक-रुक कर गर्दनीबाग धरना स्थल तक लाठीचार्ज किया. इधर, लाठीचार्ज के बाद बड़ी संख्या में लैब टेक्नीशियन प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचे और अपनी मांगों को रखा.कोरोना के समय संविदा पर तैनात किये गये थे लैब टेक्नीशियन
कोरोना के समय 2020 में संविदा पर इन लैब टेक्नीशियनों को पूरे बिहार के अस्पतालों में तैनात किया गया था. लेकिन 30 जून के बाद से इनकी सेवा खत्म कर दी गयी है. वे पुनर्बहाली को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. लैब टेक्नीशियन सुमन कुमार ने बताया कि उन लोगों ने कोरोना में जान जोखिम पर डाल कर काम किया. लेकिन अचानक ही 30 जून से उनके काम को स्थगित कर दिया गया और यह बताया गया कि अब इसके लिए केंद्र सरकार से फंड मिलना बंद हो गया है. इसे लेकर उन्होंने बिहार सरकार, स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेज कर फिर से बहाल करने की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. 665 लैब टेक्नीशियन बेरोजगार हो गये हैं और आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है