पटना : राज्य के प्रमुख शहर पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर में जाम की समस्या को दूर करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है. इसके लिए यातायात पुलिस को संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं. स्थानीय अधिकारियों को समस्या को चिह्नित कर उसका समाधान बताते हुए प्लान बनाने को कहा गया है.
पुलिस मुख्यालय स्तर पर राज्य की यातायात व्यवस्था की मॉनीटरिंग आइजी स्तर के अधिकारी को सौंपी गयी है. कोरोना के संक्रमण से पहले से प्रमुख बड़े शहरों में ट्रैफिक सुधार के लिए प्रयास शुरू हुए थे. लाॅकडाउन के बाद इस दिशा में फिर काम शुरू हो गया है.
यातायात व्यवस्था को ठीक करने के लिए विभिन्न जिलों ने पुलिस मुख्यालय से संसाधनों की मांग की गयी थी. नियम तोड़ने वालों के वाहनों को जब्त करने, हादसे होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को मार्ग से तत्काल हटाने आदि के लिए 28 क्रेनों की खरीद की जा रही है. सबसे अधिक क्रेंन पटना में तैनात की जायेगी.
किस जिले में ट्रैफिक पुलिस की कितनी कमी है, इसका भी लेखा-जोखा तैयार हो रहा है. निगरानी के लिए लगेंगे सीसीटीवी कैमरे राज्य की लाइफलाइन कहे जाने वाले राजधानी का जेपी सेतु, गांधी सेतु, मोकामा का राजेंद्र सेतु और वीर कुंवर सिंह सेतु डेडिकेटिड चैनल स्थापित किया जा चुका है.
इसमें पुलों के दोनों छोरों पर स्थापित स्टेशन का जिम्मा एडीजी तकनीकी सेवा एवं संचार को सौंपा जा चुका है. जेपी सेतु और गांधी सेतु के लिए दोनों जिलों के एसपी ट्रैफिक की जवाबदेही तय है. जेपी सेतु पर जाम की समस्या की निगरानी करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की प्रशासनिक स्वीकृति भी कई दिन पहले दी जा चुकी है.