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दोगुनी उम्र के लड़के से शादी के डर से भागी थीं बहनें, ऐसे हुआ खुलासा

राजीव नगर इलाके की रहने वाली एक लड़की दोगुने उम्र के लड़के के साथ शादी के डर से अपनी नाबालिग छोटी बहन को लेकर भाग गयी थी. लेकिन, लड़की के पिता ने मुहल्ले के ही दो युवकों पर राजीव नगर थाने में लड़कियों को भगाने व नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज करा दिया.

By Pritish Sahay | March 3, 2020 7:55 AM

पटना : राजीव नगर इलाके की रहने वाली एक लड़की दोगुने उम्र के लड़के के साथ शादी के डर से अपनी नाबालिग छोटी बहन को लेकर भाग गयी थी. लेकिन, लड़की के पिता ने मुहल्ले के ही दो युवकों पर राजीव नगर थाने में लड़कियों को भगाने व नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज करा दिया. इसके बाद आरोपित लड़कों पर लगातार की जा रही कार्रवाई से परेशान दोनों लड़कियां सोमवार को महिला आयोग के दफ्तर में हाजिर हुईं और अपना पक्ष रखा.

पिता के खिलाफ दिया आवेदन : सोमवार को दोनों बहनें आयोग के ऑफिस पहुंचीं और कहा कि हम जिंदा हैं और सही सलामत हैं. दोनों बहनों ने थाने में हुई एफआइआर को गलत बताया. उन्होंने अपने पिता के ऊपर जबरन शादी करवाने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ आवेदन दिया. आवेदन में उसने लिखा है कि उसके पिता और भाई ने उसकी शादी उससे दोगुने उम्र में बड़े लड़के से तय कर दी थी जबकि उसकी उम्र अभी 18 साल है.

छोटी बहन को साथ लेकर इसलिए भागी क्योंकि उसकी शादी के दो महीने बाद ही उसकी छोटी बहन की भी शादी करा दी जाती. घर से चले जाने के बाद उन्होंने भाई को कॉल कर जानकारी दी थी. साथ ही दोनों बहनों ने एसएसपी व थाने की पुलिस को इ-मेल भी भेजा था.

दोनों पक्ष हर माह उपस्थिति दर्ज कराएं: लड़कियों की बात सुनने के बाद आयोग की ओर से लड़की के पिता को बुलाया गया. लड़की के पिता ने महिला आयोग के अध्यक्ष से माफी मांगी. कहा कि अब वह बेटियों को घर ले जाना चाहते हैं. शादी उसकी इच्छानुसार करने की बात की. इसके बाद दोनों लड़कियों को समझाया गया, तो वे घर जाने के लिए तैयार हो गयीं. आयोग ने दोनों पक्षों को हर महीने यहां आकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने को कहा है.

इसके साथ ही दोनों पक्षों की आपसी सहमति के साथ थाने से भी केस को वापस ले लिया जायेगा. वहीं आयोग में आयी लड़के की मां का आरोप है कि लगातार लड़की के भाई के तरफ से धमकी दी जा रही थी.

दोनों बहनों ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मर्जी से घर छोड़कर भागी थीं. इनके पिता और भाई को बुलाया गया था, जिसमें दोनों ने अपनी गलती को माना है और लड़कियों को काफी समझाने के बाद वे परिवार के साथ जाने को राजी हो गयीं. साथ ही राजीव नगर थाना की पुलिस को भी इनके आने की जानकारी दी गयी है. दिलमणि मिश्रा, अध्यक्ष, बिहार राज्य महिला आयोग

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