25 हजार स्कूलों में अभी तक एक भी शिक्षक ने नहीं लगायी ऑनलाइन हाजिरी
सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप से 25 जून से हाजिरी बनाने की व्यवस्था फिलहाल परवान नहीं चढ़ पा रही है.
एप के जरिये हाजिरी लगाने में आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए प्रमंडलवार पदाधिकारियों की नियुक्ति
संवाददाता, पटनासरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप से 25 जून से हाजिरी बनाने की व्यवस्था फिलहाल परवान नहीं चढ़ पा रही है. राज्य में ऐसे स्कूलों की संख्या करीब 25 हजार है, जहां एक भी शिक्षक ने ऑन लाइन जाहिरी नहीं लगायी है. राज्य में कुल सरकारी स्कूलों की संख्या 76 हजार से अधिक है. इस तरह 65 प्रतिशत(49400) स्कूलों में ही ऑन लाइन हाजिरी लग रही है. इस परिदृश्य में शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए प्रमंडल स्तर पर टीम गठित करने के निर्देश दिये हैं.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन हाजिरी लगाने में आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए प्रमंडवार एक-एक पदाधिकारी को नामित कर दिये हैं. ये सभी पदाधिकारी विशेषकर उन स्कूलों के प्रधाध्यापकों को ऑनलाइन हाजिरी बनाने का प्रशिक्षण देंगे, जहां एक भी शिक्षक अभी तक इस व्यवस्था से हाजिरी नहीं बना सके हैं. प्रमंडलवार नामित पदाधिकारियों की ऑनलाइन प्रशिक्षण शनिवार को दिया जायेगा. जिला और प्रखंड स्तर पर भी पदाधिकारियों को प्रशिक्षण पहले से दिये जा रहे हैं. वर्तमान में ऑनलाइन के साथ-साथ उपस्थिति पंजी पर भी शिक्षकों को हाजिरी बनाने को कहा गया है, ताकि, ऑनलाइन हाजिरी बनाने में दिक्कत आये तो उपस्थिति पंजी से बन जाये. उक्त नामित पदाधिकारियों को कहा गया है कि वह प्रतिदिन शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी की अपने प्रमंडल की रिपोर्ट बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को देंगे.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक पटना प्रमंडल के लिए रंजन सिंह, सारण के लिए यशजीत कुमार, तिरहुत के लिए जितेंद्र पासवान, पूर्णिया के लिए संजय कुमार, मगध के लिए दिलीप कुमार, दरभंगा के लिए राजेश कुमार ठाकुर, कोशी के लिए दिनेश राम , मुंगेर के लिए विकास कुमार और भागलपुर प्रमंडल के लिए शैलेश कुमार को पदाधिकारी नामित किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है