मोकामा. पेयजल आपूर्ति बाधित, कुआं बना लोगों का सहारा
मोकामा के मोर पूर्वी वार्ड संख्या चार में हर घर नल जल के बोरिंग से पानी की आपूर्ति बाधित है. जिससे बस्ती के लोग कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं.
मोकामा. मोकामा के मोर पूर्वी वार्ड संख्या चार में हर घर नल जल के बोरिंग से पानी की आपूर्ति बाधित है. जिससे बस्ती के लोग कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं. लोगों ने बताया कि एनओसी के पेच को लेकर यह समस्या हुई है. जमीन को निजी बता पानी रोक दिया गया है. इसकी शिकायत कर जनप्रतिनिधियों से कर लोग थक चुके, लेकिन कोई निदान नहीं निकला. इसको लेकर गांव के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने लोक शिकायत निवारण में शिकायत की है. ग्रामीणों का कहना है कि बस्ती के तकरीबन 400 परिवारों को पानी के लिए भटकता पड़ रहा है. तकरीबन 50 घरों के लोग एक कुएं पर निर्भर हैं. भीषण गर्मी को लेकर कुएं का लेवल घट गया है. कुएं का कीचड़ भरा पानी का उपयोग लोगों की विवशता है. ग्रामीणों ने बताया कि तकरीबन 05 वर्ष पहले बोरिंग, पानी टंकी और घर-घर पाइपलाइन बिछाने में लाखों रुपये सरकारी खर्च हुए. लेकिन घरों तक पाइपलाइन से पानी अब तक नहीं पहुंचा. बोरिंग को निजी स्वार्थ के खातिर चालू किया जाता है. इधर पानी के बिना लोगों की जिंदगी बेहाल है. अधिकारियों का कहना है कि बोरिंग के केयरटेकर ने विभाग को पेयजल आपूर्ति बाधित होने से जुड़ी सूचना नहीं दी है. इस वार्ड की आबादी 1200 के आसपास है. जिसमें अल्प संख्यक और कमजोर तपके के लोग हैं. कई लोगों ने कहा कि बोरिंग और टंकी लगाने के लिए एनओसी नहीं की गयी थी. जमीन को निजी बताकर पानी को रोक दिया गया है. इस संबंध में जिला परिषद अध्यक्ष कुमार नवनीत हिमांशु ने कहा कि मामले की जांच की मांग की गयी है. इधर बीडीओ कुमारी पूजा ने का कि मामले की जानकारी नहीं है.
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