Bihar में ACS एस सिद्धार्थ के फरमान से मचा हड़कंप, प्रदेश के शिक्षकों से वीडियो कॉल पर प्रतिदिन करेंगे बात
Bihar में ACS एस सिद्धार्थ के फरमान से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि अब शिक्षा अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने प्रदेश के शिक्षकों से वीडियो कॉल पर प्रतिदिन बात करेंगे.
Bihar News: बिहार में स्कूली शिक्षा की स्थिति काफी खराब है. जिसे सुधारने के लिए (ACS) शिक्षा अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने वीडियो कॉल पर स्कूलों की स्थितियों को देखा. इसके साथ ही शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ के द्वारा एक नया फरमान जारी किया गया. अब एसीएस के इस फरमान से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है. क्योंकि अब वह खुद प्रतिदिन प्रदेश के 10 स्कूलों के शिक्षकों से वीडियो कॉल पर बात करेंगे. इसको लेकर एस. सिद्धार्थ ने अपना नंबर भी जारी किया है. इसी नबंर से वह प्रतिदिन वीडियो कॉल करके बातचीत करेंगे. इसके लिए सभी शिक्षकों को आदेश दे दिया गया है.
शिक्षकों में मचा हड़कंप
एसीएस एस सिद्धार्थ ने पटना में बैठे-बैठे करीब 250 किमी दूर स्थित पश्चिम चंपारण के एक स्कूल में अचानक वीडियो कॉल करके स्कूल के शिक्षक और हेडमास्टर से बात की. उन्होंने कक्षा में बच्चों की उपस्थिति, पढ़ाई-लिखाई और स्कूल मरम्मत कार्य की जानकारी ली. ACS एस सिद्धार्थ ने जब फोन किया तो कॉल रिसीव करने वाले शिक्षक इमाम कौसर थे. एस. सिद्धार्थ ने उनसे अब्दुल वहाब अंसारी नाम के शिक्षक के बारे में पूछा. कौसर ने बताया कि अंसारी क्लास ले रहे हैं. फिर एस सिद्धार्थ ने फोन अंसारी को देने को कहा. इसके बाद अब्दुल वहाब अंसारी से बात हुई. एस. सिद्धार्थ ने उनसे उपस्थित बच्चों की संख्या, कक्षा और स्कूल की मरम्मत के बारे में पूछताछ की. फिर बच्चों को कैमरे पर दिखाने को कहा. कक्षा में लड़कियों की संख्या ज़्यादा देखकर उन्होंने लड़कों की कम संख्या के बारे में पूछा. स्कूल की मरम्मत के बारे में हेडमास्टर ने बताया कि फर्श की मरम्मत हो चुकी है और रंगाई-पुताई का काम कराना है.
अब पकड़े जाएंगे लापरवाह शिक्षक
बता दें कि, बिहार में लाखों की संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति करने के बावजूद सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन, पांचवीं और आठवीं के छात्रों की स्थिति में सुधार नहीं हो पाई है. यह बच्चे अभी भी पाठ्य पुस्तक को धाराप्रवाह पढ़ने एवं जोड़-घटाव और गुणा-भाग के प्रश्न को सही-सही हल करने में कमजोर पाए गए हैं. इस बात की जानकारी खुद शिक्षा विभाग ने बीते दिन दी थी. शिक्षा विभाग ने माना है कि सत्र 2024-25 की शेष अवधि में कक्षा 01 से 08 तक के छात्रों में Reading Skill एवं Mathemetical Skill को विकसित किया जाना है, ताकि इन छात्रों का आधार मजबूत हो, ताकि वे अगली कक्षा के लिए तैयार हो सकें. शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षण सत्र के समाप्त होने में तीन महीने का समय शेष है. ऐसे लगभग 100 दिनों की शेष अवधि में सभी विद्यालयों में प्रतिदिन कक्षा 01 से 08 तक छात्र के लिए Basic Math एवं Maths के प्रश्नों को त्वरित गति से हल करना अनिवार्य रूप से सिखाया जाय.