बिहार के 10 जिलों में एक भी नहीं है इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर, यूपी और झारखंड बॉर्डर खाली
बिहार में बालू और शराब को लेकर निगरानी की सख्त जरुरत है. ऐसे में 38 इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर का विभिन्न जिलों में तबादला किया गया है. लेकिन 10 जिलों में इनकी तैनाती नहीं की गयी है. भभुआ और नवादा जैसे जिलों में एक भी इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं की गयी है.
पटना. बिहार में नवादा और भभुआ का चेकपोस्ट यूपी व झारखंड से आने वाली गाड़ियों की निगरानी के लिए सबसे जरूरी है. बावजूद इसके परिवहन विभाग ने इन दोनों चेकपोस्ट पर एक भी इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं की है. वहीं,भोजपुर और अरवल बालू खनन को लेकर सबसे अधिक हंगामा होता है. खनन के बाद गाड़ियां तेजी से यहां से निकलती हैं.
मंत्री के पदभार संभालते ही अधिकारियों ने किया तबादला
जानकारी के मुताबिक बिहार में विभागीय मंत्री के पदभार संभालते ही अधिकारियों ने 38 इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया. लेकिन 10 जिलों में इनकी तैनाती नहीं की गयी है. भभुआ और नवादा जैसे जिलों में एक भी इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं रहने से अब जीटी रोड पर माल ढुलाई की निगरानी ठीक से नहीं हो पायेगी. विभागीय सूत्रों के मुताबिक विभाग में तबादला करते समय इन जिलों की अनदेखी गयी है और जहां जिस इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर ने तबादला मांगा, उन्हें वहीं तैनाती की गयी है.
इन जिलों में नहीं है एक भी इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर की तैनाती
अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, जहानाबाद, नवादा, अररिया और शेखपुरा में एक भी इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर की तैनाती नहीं है.
काफी समय पहले बना गया था लिस्ट, मनचाहा मिला जिला
परिवहन विभाग में इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर का तबादला करने के लिए काफी समय से सूची बन गयी थी. पूर्व में सभी जिलों कम से कम एक-एक इन्फोर्समेंट सब इंस्पेक्टर की तैनाती होनी थी, लेकिन जब इस सूची में लगभग 10 जिले खाली थी. विभाग बंटवारा नहीं होने के कारण यह अमल में नहीं हो पाया था. विभाग का बंटवारा होते ही तबादला सूची पर सहमति बनी और जारी हो गयी. उसी दिन शाम तक लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता प्रभावी हो गया.