बाढ़ग्रस्त इलाकों में दवाओं की नहीं हो किल्लत
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गंगा के किनारे अवस्थित जिलों के जिला पदाधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की.
संवाददाता, पटना आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गंगा के किनारे अवस्थित जिलों के जिला पदाधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. बैठक में डीएम के साथ ही सिविल सर्जन, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, जिला कृषि पदाधिकारी एवं जिला पशुपालन पदाधिकारी मौजूद थे. प्रत्यय अमृत ने कहा कि समीक्षा में पाया गया कि बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूुसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर एवं कटिहार की 65 प्रखंडों में 376 ग्राम पंचायतों के तहत 13.56 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है. उन्होंने डीएम को निर्देश दिया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में चिकित्सक और दवा की किसी तरह की कोई किल्लत नहीं हो. ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव लगातार किया जाये, ताकि पानी जनित बीमारियां नहीं पनप सकें. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाएं, बुजुर्गों की निगरानी रखें. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा 463 सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से 2.24 लाख लोगों को भोजन कराया जा रहा हे. वहीं, नौ राहत शिविर बनाये गये है, जहां 3850 शरणार्थी रहते हैं. इन क्षेत्रों में लोगों के बीच अब तक 159300 पॉलिथीन शीट्स एवं 39000 ड्राइ राशन पैकेट का वितरण किया गया है. आवागमन के लिए 1350 नावों का परिचालन हो रहा है.
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