अब पुल-पुलियाें का होगा नियमित रखरखाव : विजय चौधरी

जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि अब पुल-पुलिया का नियमित रखरखाव हाेगा. साथ ही सिंचाई के लिए उपलब्ध पानी का बेहतर प्रबंधन होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2024 1:14 AM

– जल संसाधन विभाग ने तैयार की छह नयी एसओपी, मंत्री विजय कुमार चौधरी ने किया विमोचन सिंचाई के लिए उपलब्ध पानी का होगा बेहतर प्रबंधन संवाददाता, पटना जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि अब पुल-पुलिया का नियमित रखरखाव हाेगा. साथ ही सिंचाई के लिए उपलब्ध पानी का बेहतर प्रबंधन होगा. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह बातें बुधवार को सिंचाई भवन सभागार में विभाग से तैयार छह नयी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का विमोचन करने के बाद कहीं. उन्होंने कहा कि इससे बाढ़ से सुरक्षा सहित नहर से सिंचाई कार्यों का क्रियान्वयन तेज गति से हो सकेगा. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने की. इस दौरान विभागीय मुख्यालय के सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि विभाग द्वारा भू-अर्जन सहित कुछ अन्य कार्यों के लिए भी एसओपी का निर्माण हो रहा है. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि एसओपी के जरिये जल संसाधन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्णय लेने में अधिक सक्षम बनाया गया है. साथ ही वरीय अधिकारियों को इसकी नियमित मॉनीटरिंग का निर्देश दिया गया है. मंत्री ने बताया कि वर्ष 2013 में इस विभाग के मंत्री रहने के दौरान बाढ़ प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की गयी थी. इस एसओपी की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई थी. बनाये गये हैं छह एसओपी 1. नहरों की मानक संचालन प्रक्रिया मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य में हर खेत तक सिंचाई का पानी निश्चय के अनुरूप जल संसाधन विभाग अधिक -से -अधिक क्षेत्र में सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है. इसके लिए नहरों की मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की गयी है. 2. पुल-पुलिया के रखरखाव की नीति 2024 राज्य में जल संसाधन विभाग के क्षेत्र के अधीन विभिन्न नहरों, नदियों और धारों पर बड़ी संख्या में पुल-पुलिया बने हैं. इनके बेहतर रखरखाव के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की गयी है. 3. नदियों, धारों और नहरों को पुनर्जीवित करने सहित उनकी जलवहन क्षमता बढ़ाने की तैयारी राज्य में मृतप्राय नदियों और उसकी पुरानी धारों को पुनर्जीवित करने सहित उन्हें जोड़ने की कई योजनाओं पर काम हो रहा है. इस पर निर्मित पुल-पुलिया सहित अन्य संरचनाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित होगी. 4. जल संसाधन विभाग के निरीक्षण भवनों का रखरखाव अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा कि राज्य में जल संसाधन विभाग के अंतर्गत वर्तमान में कुल 141 निरीक्षण भवन संचालित हैं. एसओपी के अनुरूप इन भवनों का बेहतर रखरखाव होगा. 5. जल संसाधन विभाग के अंतर्गत कार्यालय सहित अन्य संबद्ध भवनों में सुधार. 6. जल संसाधन विभाग के अंतर्गत आवासीय भवनों और आवासीय परिसरों का रखरखाव शामिल हैं .

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version