बिहार के रेल यात्रियों से चोरी के दम पर बनाया अपना आलिशान मकान, पटना जंक्शन पर धराया गिरोह
पटना जंक्शन से धराए चोर गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ में पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं. इस दौरान खुलासा हुआ है कि ये गिरोह यात्रियों को चूना लगाकर कैसे धनकुबेर बन गए.
पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर विशेष चेकिंग के तहत रेल पुलिस ने 30 वर्ष पुराने नामजद चोर को गिरफ्तार किया है, जिसमें मामा-भांजा गिरोह के तीन लोगों की गिरफ्तारी की गयी. मंगलवार को रेल पुलिस अधीक्षक एसएस ठाकुर ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि सोमवार को प्लेटफॉर्म संख्या-2 के पास कंधे पर पिठ्ठू बैग लेकर पांच लोग जा रहे थे. रेलवे पुलिस बल को देखकर वे लोग इधर-उधर भागने लगे. जीआरपी पुलिस ने जब उन्हें रुकने के लिए कहा, तो वे लोग और तेजी से भागने लगे. इसके बाद पटना जंक्शन पर मौजूद रेल पुलिस बल के सहयोग से घेराबंदी कर तीन लोगों को पकड़ लिया गया.
तीन चोर धराए, भांजा पकड़ाया और मामा हो गया फरार
पुलिस को देखकर दो व्यक्ति भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गये. पकड़ाये तीनों व्यक्तियों में से एक वैशाली जिले के छोटी मरैया का रहने वाला आनंद कुमार (46 वर्षीय) व दूसरा चिंटू कुमार (25 वर्षीय) है. इन दोनों के अलावा एक गुलजारबाग का रहने वाला प्रमोद कुमार (30 वर्षीय) है. पूछताछ करने पर प्रमोद कुमार ने जानकारी दी है कि भागने वाले दो व्यक्तियों में एक उसका मामा संतोष सोनी है, जो गौरीचक का रहने वाला है, वहीं दूसरा कल्लू चूरामन है, जो आलमगंज का रहने वाला है.
स्टेशनों पर घूम-घूम कर यात्रियों को बनाते थे निशाना
अपराधियों ने बताया कि वे सभी पटना जंक्शन, राजेन्द्रनगर, पटना साहिब, दानापुर,आरा, बक्सर व अन्य महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर घूम-घूम कर यात्रियों का पैसा, मोबाइल व जेवरात आदि की चोरी करते हैं. पूछताछ में इन्होंने बिहारशरीफ में 16 लाख की चोरी की बात भी कबूली है. आनंद कुमार को 1993 में पटना जंक्शन पर एक लूटकांड में पकड़ा गया था.
चोरी के दम पर आलिशान मकान बनाया
पकड़ाए गए तीनों लोगों के पास से मोबाइल, चांदी के सिक्के, चांदी की पायल, सोने की कनबाली, कलाई घड़ी, बिछिया अंगूठी व नगद बरामद हुआ. कुल मिलाकर इनके पास से 3.5 लाख रुपये के सामान बरामद हुए. भागने वाले मामा संतोष सोनी ने चोरी के दम पर गौरीचक में आलीशान मकान बना लिया है व उसकी ज्वेलरी की दुकान भी है.