डीडीयू से झाझा तक पटरी की दोनों ओर बिछेगी तीसरी और चौथी रेल लाइन

पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से झाझा स्टेशन तक वर्तमान अप व डाउन पटरी की दोनों दोनों तीसरी व चौथी रेल लाइन बिछायी जायेगी. इस पर कुल 16000 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | August 8, 2024 1:30 AM

संवाददाता, पटना : पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से झाझा स्टेशन तक तीसरी और चौथी लाइन की सर्वे रिपोर्ट अगले महीने तक आयेगी. सर्वे का काम देख रही निर्माण शाखा (कंस्ट्रक्शन) की टीम अगले महीने के 20 सितंबर तक सर्वे का काम पूरा कर लेगी. इसके बाद रिपोर्ट को रेलवे बोर्ड को भेज कर निर्माण के लिए मंजूरी ली जायेगी. इसके लिए कुल 16000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं, सूत्रों के अनुसार नयी डीपीआर के तहत वर्तमान में संचालित अप व डाउन पटरी के दोनों साइड तीसरी व चौथी रेल लाइन बिछायी जायेगी. यानी अप में एक पटरी की बगल में व डाउन लाइन में एक पटरी की बगल में नयी लाइन बिछायी जायेगी. इसी दिशा में रेलवे के अधिकारी काम कर रहे हैं. हालांकि, पूर्व मध्य रेलवे व दानापुर मंडल की निर्माण शाखा की ओर से अंतिम निर्णय सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद ही लिया जायेगा.

एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार वंदे भारत की तरह होगी

जानकारों की मानें, तो हाल ही में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की गोदिंया-झारसुगड़ा रेल लाइन पर तीसरी व चौथी लाइन बिछायी गयी है, जो पूरी तरह से सफल रही है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के निर्माण के तर्ज पर पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल में भी निर्माण कार्य किया जायेगा. इसके बाद डीडीयू से झाझा रेल लाइन पर आने वाले दिनों में 130 किमी की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी. बताया जा रहा है कि सभी एक्सप्रेस ट्रेनों को वंदेभारत एक्सप्रेस की रफ्तार से चलाया जायेगा.

ट्रेनों की लेटलतीफी की समस्या से मिलेगी निजात

डीडीयू से झाझा एक महत्वपूर्ण व व्यस्त रेलमार्ग है. दिल्ली-हावड़ा मुख्य मार्ग होने के चलते इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन अधिक है. इसके कारण एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन के यात्री हर दिन घंटों इंतजार करने को विवश हैं. तीसरी लाइन का काम पूरा होने से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी, जबकि चौथी लाइन होने से रूट पर ट्रेनों का दबाव कम होगा और बिना किसी रोक-टोक के ट्रेनें डीडीयू से पटना होते हुए झाझा तक समय पर पहुंचेंगी. यही नहीं, ट्रेनों को आउटर में खड़ी करने के साथ ही लेटलतीफी से भी निजात मिलेगी. पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि डीडीयू से झाझा के बीच सर्वे का काम अंतिम चरण में है. इसके लिए 16000 करोड़ खर्च किये जायेंगे. रिपोर्ट आते ही रेलवे बोर्ड से मंजूरी के बाद पटरी बिछाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. आने वाले समय में रेलखंड में वंदे भारत एक्सप्रेस की रफ्तार से सभी ट्रेनें चलेंगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version