संवाददाता, पटना
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा पांचवीं से आठवीं के बच्चों के शैक्षणिक रिजल्ट बेहतर करने के उद्देश्य से वार्षिक परीक्षा में कम ग्रेड पाने वाले बच्चों को प्रोमोट नहीं किया जायेगा. कक्षा पांचवीं से आठवीं के बच्चों को खराब वार्षिक रिजल्ट आने पर भी अगली कक्षा में प्रोमोट कर दिया जाता था, जिसका असर आगे की कक्षा में बच्चों के खराब रिजल्ट पर पड़ रहा था. शिक्षा मंत्रालय के नये आदेश के अनुसार अब कक्षा आठवीं के वार्षिक परीक्षा में इ ग्रेड पाने वाले बच्चों को आगे की कक्षा में प्रोमोट नहीं किया जायेगा. जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले वैसे बच्चे, जिन्हें कक्षा आठवीं की वार्षिक परीक्षा में इ ग्रेड प्राप्त होगा, उनके लिए एक माह के बाद विशेष परीक्षा आयोजित की जायेगी. कक्षा आठवीं की विशेष परीक्षा में भी किसी बच्चे को अगर इ-ग्रेड मिलता है, तो उन्हें आगे की कक्षा में प्रोमोट नहीं किया जायेगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि स्कूलों में आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षा में इ ग्रेड प्राप्त करने वाले बच्चों की विशेष परीक्षा आयोजित की जायेगी. इस विशेष परीक्षा के लिए कम ग्रेड पाने वाले बच्चों की बेहतर तैयारी के लिए प्रत्येक स्कूल के चयनित शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जायेगी, ताकि अधिक से अधिक बच्चे विशेष परीक्षा में पास कर सकें.पिछले वर्ष कक्षा छठी से आठवीं में 3404 बच्चों को मिला था इ ग्रेड
वर्ष 2023-24 में जिले के सरकारी स्कूलों में आयोजित हुई वार्षिक परीक्षा में कुल 56743 विद्यार्थियों ने भाग लिया था. इनमें से छह प्रतिशत यानी 3404 विद्यार्थियों को इ-ग्रेड प्राप्त हुआ था, जिनकी विशेष परीक्षा भी आयोजित की गयी थी. इन बच्चों की विशेष परीक्षा स्कूल स्तर पर आयोजित कर उन्हें आगे की कक्षा में प्रोमोट कर दिया गया था. इस वर्ष वार्षिक परीक्षा के बाद विशेष परीक्षा में भी इ-ग्रेड पाने वाले बच्चों को आगे की कक्षा में प्रोमोट नहीं किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है