मसौढ़ी
बताया जाता है कि अमेश कुमार का अपराधिक इतिहास भी रहा है. उस पर धनरूआ थाने में मारपीट, चोरी व छिनतई के दो अलग-अलग मामले पहले से दर्ज हैं. पुलिस गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से तीन बाइक भी बरामद की है. उक्त कांड में कुल सात लोगों को आरोपित किया गया है . पुलिस इस घटना में शामिल अन्य फरार आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
गौरतलब है कि बीते 14 जून की सुबह सोनमई में जन वितरण विक्रेता विजय पासवान की दुकान पर उपभोक्ताओं का इ–केवाइसी किया जा रहा था. इसमें चकजोहरा के कुछ उपभोक्ता लाइन में लगे हुए थे जो बार बार अपना इ–केवाइसी पहले कर देने की बात कह रहे थे. इसे लेकर विक्रेता विजय पासवान के साथ उनकी बकझक भी हो गयी थी.आरोप है कि बाद में उनलोगों ने दहशत फ़ैलाने को लेकर विजय पासवान के घर पर चढ़कर फायरिंग की थी. इसके बाद जब पुलिस उक्त मामले की छानबीन करने सोनमई गयी और जांच कर जब वापस चली गयी,तो इसके कूछ ही देर बाद फिर वही आरोपितों ने उसके घर के पास बगीचे में फायरिंग कर दहशत फैला दी थी. बाद में इस मामले को खुद सिटी एसपी पूर्वी भारत सोनी देख रहे थे और वे सोनमई भी आये थे.इस दौरान सोनमई के दुकानदारों ने एक दिन पूरे बाजार को बंद भी किया था. इसके बाद पुलिस गंभीरता से लग गयी और आरोपितो की गिरफ्तारी के लिये जाल बिछा दिया.
बताया जाता है कि गिरफ्तार तीन आरोपित बीते गुरुवार को अपने गांव के किसी व्यक्ति के निधन के बाद दाह संस्कार में फतुहा गये थे. इसकी भनक पुलिस को लग गयी और धनरूआ पुलिस बाइक से सादे लिवास में फतुहा पहुंच गयी. फतुहा घाट से लेकर उन सभी के लौटने तक पुलिस पीछा करती रही और आखिरकार बीर बाजार पहुंचते तीनों को गिरफ्तार कर ली.
इस बाबत एसडीपीओ-2 कन्हैया सिंह ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपितों की निशानदेही पर इस घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है