Patna News : निजी कंपनी के स्टाफ से तीन लाख लूटने वाले तीन अपराधी गिरफ्तार

खेमनीचक के पास नौ अक्तूबर को एक निजी कंपनी के स्टाफ से तीन लाख रुपये लूटने वाले तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसमें कंपनी के दो-तीन कर्मियों की मिलीभगत भी सामने आयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 2, 2024 1:32 AM

संवाददाता, पटना : रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक बाइपास के पास बीते नौ अक्तूबर को लूट की घटना को अंजाम देने वाले तीनों लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपितों में खेमनीचक गोकुल कॉलोनी निवासी प्रियरंजन कुमार उर्फ गोलू, अमरजीत कुमार जो मुख्य रूप से नवादा का रहने वाला है और वर्तमान में प्रियरंजन के इलाके में ही रहता है. वहीं तीसरा आरोपित पवन कुमार कछुआरा का रहने वाला है. गिरफ्तार आरोपितों के पास से घटना में इस्तेमाल किया गया पल्सर बाइक, 17 हजार रुपये, एक देसी पिस्टल और तीन मोबाइल बरामद हुए हैं. शुक्रवार को एसपी पूर्वी शुभांकर मिश्रा ने मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस पूरी वारदात में दो से तीन स्टाफ की मिलीभगत होने की जानकारी मिली है.

डर गये थे कंपनी के मालिक, 20 दिन बाद दर्ज करायी प्राथमिकी :

एसपी ने बताया कि घटना बीते नौ अक्तूबर को हुई थी. डर की वजह से गांधी मैदान थाना क्षेत्र के गंगोली अपार्टमेंट में रहने वाले पीयूष चौधरी ने 30 अक्तूबर को प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस को घटना की जानकारी पूर्व में ही मिल गयी थी, जिसके बाद पुलिस ने छानबीन की थी. एसपी ने बताया कि नौ अक्तूबर को कंपनी का स्टाफ तीन लाख रुपये लेकर बैंक में जमा करने जा रहा था. इसी दौरान खेमनीचक बाइपास पर बाइक सवार तीन अपराधी आये और स्टाफ के शरीर में कट्टा सटा उससे तीन लाख रुपये लूट लिये और फायरिंग करते हुए फरार हो गये.

घटना को अंजाम देने के बाद वाट्सएप कॉल से मांग रहे थे रुपये :

जानकारी के अनुसार नौ अक्तूबर को घटना के बाद भी जब प्राथमिकी नहीं हुई, तो अपराधियों ने घटना के बाद वाट्सएप से कॉल कर रंगदारी की मांग करने लगे. इससे कंपनी के मालिक डर गये. अपराधी द्वारा कहा गया कि हर महीने पांच लाख रुपये रंगदारी चाहिए, नहीं तो इस बार यह ट्रेलर था. अगली बार पूरी फिल्म दिखायेंगे. हत्या करने की धमकी भी अपराधी देने लगे. यही नहीं वाट्सएप पर पिस्टल और गोली भी भेजने लगे. इससे कंपनी के मालिक पूरी तरह डर गये. बाद में पुलिस उनके पास पहुंची और प्राथमिकी दर्ज करने को कहा, जिसके बाद उन्होंने केस दर्ज कराया.

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