तीन दिवसीय बिहार पाॅल्ट्री एंड एक्वा एक्सपो का समापन
कृषि व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कुल सकल राज्य मूल्यवर्धन में पशुपालन और मत्स्यपालन का योगदान 20 प्रतिशत है.
10 साल में दूध का उत्पादन 116%, अंडा का 260%, मांस का 120% बढ़ा
राज्य के तालाबों की मछलियां खाकर बिहारियों का दिमाग हो रहा तेज: मंगल पांडेय
ज्ञान भवन में आयोजित तीन दिवसीय बिहार पाॅल्ट्री एंड एक्वा एक्सपो का समापन.
संवाददाता, पटना
कृषि व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कुल सकल राज्य मूल्यवर्धन में पशुपालन और मत्स्यपालन का योगदान 20 प्रतिशत है. मछली खाने से लोग इंटेलिजेंट होते हैं. मछली खाकर बिहार के लोगों का दिमाग तेज हो रहा है. एक दशक में दूध उत्पादन में 116 प्रतिशत, अंडा 260, मांस में 120 प्रतिशत और मछली उत्पादन में 193 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वे शनिवार को पटना के ज्ञान भवन में तीन दिवसीय बिहार पाॅल्ट्री एंड एक्वा एक्सपो के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान मंत्री मंगल पांडेय और रेणु देवी ने आइसकंटेनरयुक्त 25 साइकिल का वितरण किया. अंडा विक्रय स्टाॅल का उद्घाटन किया. मौके पर मत्स्य निदेशक अभिषेक कुमार, पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ डीआर सिंह भी मौजूद थे. आयोजक संस्था कृषिका एवं राइटर्स एंड क्रिएटर्स के प्रमुख राकेश कश्यप ने स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने कहा कि मत्स्य उत्पादन में बिहार आत्मनिर्भर के साथ-साथ निर्यातक हो गया है. 38 हजार मीट्रिक टन मछली पड़ोस के राज्यों में निर्यात की जा रही है.
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव डाॅ एन विजयलक्ष्मी ने कहा कि पोल्ट्री एवं मछली पालन सनराइज सेक्टर है. बिहार में 8.79 लाख मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो रहा है. राज्य में मौजूद 9 लाख हेक्टेयर चौर क्षेत्र में 10-20 हजार हेक्टेयर चौर क्षेत्र को विकसित करने से मछली उत्पादन में काफी बढ़ोत्तरी हो सकती है.
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