गोपालगंज : राज्य सरकार के निर्देश पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में फंसे मजदूरों को घर लाने की कवायद शुरू हो गयी है. दिल्ली से होकर उत्तर प्रदेश के रास्ते करीब तीन हजार मजदूरों के आने की जानकारी दी गयी है. बिहार के अलग-अलग जिलों के रहनेवाले इन मजदूरों को जिला मुख्यालय और प्रखंडों के हाइस्कूलों में बनाये गये कम्युनिटी सेंटरों में रखा जायेगा. जिला प्रशासन की ओर से हाइस्कूलों में बनाये गये कम्युनिटी सेंटर में खाने-पीने और सोने के साथ-साथ इलाज की व्यवस्था भी की गयी है.
डीएम अरशद अजीज, पुलिस कप्तान मनोज कुमार तिवारी ,डीडीसी सज्जन आर, एसडीओ उपेंद्र पाल,डीइओ संघमित्रा वर्मा ने निरीक्षण किया. शहर के एसएस बालिका, वीएम इंटर कॉलेज, कमला राय कॉलेज, डीएवी हाइस्कूल के अलावा सासामुसा स्थित इब्राहिम मेमोरियल, एमएम उर्दू हाइस्कूल को भी कम्युनिटी सेंटर बनाया गया है. इन सेंटरों का निरीक्षण करने के बाद डीएम ने जरूरी सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश अंचल पदाधिकारी को दिया है. सीओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से बाहर से आनेवाले मजदूरों को सभी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है.
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आनेवाले मजदूरों की जांच मेडिकल टीम करेगी. हाइस्कूलों में बनाये गये कम्युनिटी सेंटरों पर खाने के बाद विधि-व्यवस्था और दवाओं की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह ने अस्पताल प्रबंधक को एंबुलेंस और जरूरी दवाएं तैयार रखने का निर्देश दिया है. बिहारी मजदूरों के आने का सिलसिला लगातार जारी रहेगा. प्रशासन के अधिकारियों की माने तो रविवार और सोमवार को भी मजदूर आयेंगे. जिसको लेकर सभी स्तर से तैयारी की जा रही है. जिला मुख्यालय के अधिकारियों को यूपी बॉर्डर से ही मजदूरों को रिसीव करने का निर्देश दिया गया है