बिहार में बदलते मौसम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. आसमान से काल बनकर बिजली गिर रही है. जिसकी चपेट में आकर कुल 11 लोगों की फिर मौत हो गयी. मंगलवार को ठनके की चपेट में आकर पूर्वी चंपारण व गोपालगंज में तीन-तीन लोगों की मौत हुई. वहीं पटना में 2 तो नालंदा, मधेपुरा और औरंगाबाद में एक-एक लोगों की मौत ठनके के कारण हुई है.मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख का मुआवजा दिया जायेगा.
मंगलवार की सुबह गोपालगंज में बारिश आफत बनकर आयी. बारिश के दौरान वज्रपात होने से तीन अलग-अलग गांवों खेत में धान की रोपनी कर रहे तीन किसानों की मौत हो गयी. वहीं दो किसान झुलस गये. उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. मृत किसानों की पहचान साथी गांव निवासी पूर्व बीडीसी कंचनबाला देवी के पति शिवब्रत सिंह उर्फ भीम सिंह (42 वर्ष), लुहसी गांव निवासी स्व. झगरू सिंह के पुत्र राजबली सिंह (45 वर्ष) तथा इसी गांव के जयकिशन सिंह के पुत्र टुनटुन सिंह (22 वर्ष) के रूप में की गयी है.
पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड क्षेत्र के सपही दाउदनगर में मंगलवार सुबह एक मवेशी घर पर ठनका गिर गया. जिसकी चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गयी. वहीं चार लोग इसमें जख्मी भी हुए हैं. मृतका की पहचान चतुरी मियां की 60 वर्षीय पत्नी मजबून मियां और मोमीना खातून के रूप में हुई है. पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. वहीं घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. वहीं तुरकौलिया में फुलझड़ी देवी की मौत ठनके के चपेट में आने से तब हुइ जब वो अन्य महिलाओं के साथ धान रोपनी के लिए जा रही थी.
औरंगाबाद के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के परसा बधार में बारिश के बीच वज्रपात की चपेट में आकर एक महिला और उसकी गाय की जान गयी है. मंगलवार दोपहर को ठनके की चपेट में आने से ये हादसा हुआ. पटना में दो और नालंदा व मधेपुरा में एक-एक लोगों की मौत ठनके के कारण हुई है.