पटना: राज्य के विभिन्न जिलों को मिला कर दो से ढाई लाख की संख्या में टिड्डियों के दल ने आक्रमण किया है. कई जगहों पर चार से पांच हजार तो कहीं 40 से 50 हजार तक की संख्या में टिड्डियों का समूह घूम रहा है. सोमवार को कृषि मंत्री डाॅ प्रेम कुमार ने विभिन्न जिलों से मिली सूचना के आधार पर बैठक की.
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उन्होंने बताया कि सभी जिलों को तीन जोन में बांट कर आक्रमण के खतरे को देखा जा रहा है. फिलहाल अन्य जिलों के अलावा पटना जिले के पालीगंज व विक्रम में टिड्डियों का एक समूह घूम रहा है. हवा की दिशा के अनुसार टिड्डियों के समूहों के नालंदा और नवादा जिलों की ओर बढ़ने की आशंका है. वहीं, पटना शहर में प्रवेश करने की आशंका को लेकर कृषि विभाग ने नगरवासियों को एडवाइजरी जारी की है.
टिड्डियों से पटना, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, जहनाबाद, अरवल, औरंगाबाद, सारण, पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण में अधिक खतरा बताया गया है. ये जिले रेड जोन में हैं. इसके अलावा बक्सर, नालंदा, गया, नवादा, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर व वैशाली को आंशिक खतरे वाले येलो जोन में रखा गया है. अन्य 18 जिलों को बिना खतरा वाले ग्रीन जोन में रखा गया है.
रसायन के छिड़काव के लिए रात 10 बजे से लेकर सूर्योदय तक सबसे उपयुक्त समय होता है. टिड्डियों का दल ज्योंही दिखायी पड़े, तुरंत लैंबडासायहेलोथ्रीन पांच इसी को एक लीटर पानी में, क्लोरपायरीफॉम 20 इसी, 20 से 30 एमएल एक लीटर पानी में, फिपरोनील पांच इसी को एक लीटर पानी में मिलाकर का छिड़काव किया जा सकता है़.
वर्तमान में पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, नालंदा, नवादा जिले को हाइ अलर्ट पर रखा गया है. पश्चिमी चंपारण के बगहा-दो के वार्ड नंबर एक व नौतन एवं पिपरासी प्रखंड में लगभग 10 से 15 हजार की संख्या में टिड्डियों के दल को उड़ते हुए देखा गया है. इसके बाद वहां दवाओं के छिड़काव के साथ स्थिति नियंत्रण में है.