घर के पास टाइल्स मिस्त्री की गोली मार हत्या, दो हिरासत में
परसा बाजार थाना के कनकटीचक में टाइल्स मिस्त्री रंजन यादव ऊर्फ सरकार की गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी जब वह गुरुवार की देर रात घर लौट रहा था.
प्रतिनिधि, फुलवारीशरीफ परसा बाजार थाना के कनकटीचक में टाइल्स मिस्त्री रंजन यादव ऊर्फ सरकार की गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी जब वह गुरुवार की देर रात घर लौट रहा था. अपराधियों ने रंजन को 6 गोलियां मारी और फरार हो गये. घटना के बाद एम्स ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. इस मामले में पुलिस ने दो को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस ने डॉग स्क्वायड व एफएसएल की टीम को बुलाकर घटना स्थल पर छानबीन की . पुलिस गैंगवार लेनदेन और प्रेम प्रसंग सहित अन्य कई पहलुओं पर जांच कर रही है. रंजन को उसके घर से कुछ दूरी पर ही अपराधियों ने गोलियां मारी थी. इस मामले में पुलिस ने स्थानीय मुखिया से भी पूछताछ की. स्थानीय सकरैचा पंचायत के मुखिया व प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष मंटू यादव ने बताया कि रंजन उनके घर काम कर रहा था. मुखिया का कहना है कि वे लोग प्रयागराज जाने की तैयारी में थे, तभी अचानक किसी के बुलाने पर वह कहीं चला गया. देर रात वह अपने घर लौटा, तब हत्या की जानकारी मिली. घटना की जानकारी मिलने पर भाकपा माले की टीम भी पहुंची और छानबीन की. टीम में शामिल गुरुदेव दास शरीफा मांझी प्रमोद चंद्रवंशी छोटू मांझी ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. इस संबंध में परसा बाजार थाना अध्यक्ष मेनका रानी ने बताया कि रंजन उर्फ सरकार की हत्या घर के पास ही अपराधियों ने घेर कर दिया, लेकिन घर वालों ने इस बात की सूचना पुलिस को नहीं दी और एम्स लेकर चले गए. इस मामले में परिवार सहित कई लोगों की भूमिका भी संदिग्ध है. रंजन की पत्नी ने अपने मोबाइल से उस दिन का सारा कॉलिंग और व्हाट्सएप हिस्ट्री डिलीट दिया. हत्यारों की तलाश में एफएसएल की टीम और खोजी कुत्ते को बुला कर साक्ष्य जमा किया है. शक के दायरे में रंजन के परिजन को भी पुलिस ने रखा है. प्रयागराज कुंभ जाने की तैयारी में था रंजन टाइल्स मिस्त्री रंजन की हत्या मामले में पुलिस ने उसकी मां पत्नी से भी पूछताछ की है. मृतक की मां सुनीता देवी का कहना है कि उसका बेटा कुछ लोगों के साथ प्रयागराज कुंभ जाने की तैयारी में था. पत्नी पूजा देवी ने बताया कि 5:00 बजे शाम में वह घर से निकला था. मां-बाप पत्नी ने पुलिस को बताया है कि मुखिया की बाइक से वह घर पहुंचा. इसके बाद फिर किसी के चार पहिया वाहन में बैठकर कहीं चला गया. देर रात गोली की आवाज सुनकर जब अपने बेटे के साथ बाहर निकले तो देखा कि एक गाड़ी खड़ी है और वही उसका बेटा खून से लथपथ पड़ा था. लोग उठाकर एम्स ले जा रहे थे, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. रंजन के कमाई से परिवार चल रहा था. मृतक की पत्नी पूजा देवी, मां सुनीता देवी, पिता सुरेंद्र प्रसाद, भाई व रंजन के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं इन सब का रो-रो कर बुरा हाल है. गांव के लोगों ने बताया कि रंजन के पिता सुरेंद्र प्रसाद गांव में ही जमीन पट्टा लेकर दूसरे की जमीन में खेती-बाड़ी करते हैं.
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