लॉकडाउन : आज 14 ट्रेनों से बिहार आयेंगे 17 हजार से अधिक प्रवासी, अलर्ट मोड में प्रशासन
देश के विभिन्न हिस्सों में सूबे के फंसे प्रवासी बिहारियों को लाने के लिए रविवार को 14 ट्रेनें विभिन्न स्टशनों पर पहुंच रही हैं. इनमें 17 हजार से अधिक लोग सवार हैं.
पटना : प्रवासी बिहारियों को लेकर रविवार को दूसरे राज्यों से 14 ट्रेनें आ रही है. इनमें 17 हजार से अधिक लोग पहुंच रहे हैं. सूचना जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से उत्पन्न हालात के हर पहलुओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और जरुरतमंद को हरसंभव मदद देने का लगातार निर्देश दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने क्वारेंटिन सेंटर में व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखे जाने का निर्देश दिया है.
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में 178 आपदा राहत केंद्र चलाये जा रहे हैं, जिसका लाभ 70 हजार लोग उठा रहे हैं. प्रखंड स्तर पर 3407 क्वारेंटिन सेंटर में 72 हजार सात सौ 97 लोग आवासित हैं. लाकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के 19 लाख 55 हजार 4 सौ 26 आवेदकों के खाते में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता की हजार रुपये की राशि भेज दी गयी है. उन्होंने बताया कि एक करोड़ 24 लाख राशनकार्डधारी परिवारों के खाते में हजार रुपये की सहायता राशि भेज दी गयी है. लाकडाउन के समय में रोजगार सृजन को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है, अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा कार्य दिवस का सृजन किया जा चुका है.
स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक बिहार में कोरोना संक्रमण के 31509 जांच की गयी है. कुल जांच के 1.85 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. डिजिटल प्रेस काफ्रेंस में आपदा प्रबंधन विभाग केे अपर सचिव रामचंद्र डू और एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार भी मौजूद थे. वहीं, राजस्थान के कोटा से बिहार के छात्रों को लेकर रविवार को तीन विशेष ट्रेनें खुलेंगी. इनमें से एक ट्रेन समस्तीपुर, एक सीवान के लिए और एक पटना के दानापुर तक आयेगी. आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी पुष्टि की है. जानकारी के अनुसार कोटा में अभी भी बिहार के छात्र फंसे हुए हैं. राज्य सरकार ने कोटा के जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार से अनुरोध कर इन ट्रेनों का खुलना सुनिश्चित किया है.इधर, देश के विभिन्न हिस्सों में सूबे के फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए रविवार को 14 ट्रेनें विभिन्न स्टशनों पर पहुंच रही हैं.