संवाददाता, पटना श्रीअरविंद महिला कॉलेज के हिंदी विभाग द्वारा ”हिंदी साहित्य और अनुवाद” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता प्राचार्या प्रो साधना ठाकुर ने की. मुख्य वक्ता के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के तुलनात्मक साहित्य विभाग के अध्यक्ष प्रो देव शंकर नवीन रहे. उन्होंने बताया कि तुलनात्मक साहित्य का आगमन 1840 ई में फ्रांस से भारत आया. मनुष्य मौलिक कुछ नहीं बोलता, मन में आने वाले भावों का अनुवाद करता हुआ बोलता है. इसमें वस्तु और विचार का विनिमय होता है, जिससे अनुवाद का जन्म हुआ. बिना अनुवाद के दुनिया का काम नहीं चल सकता है. भाषा मनुष्य की सोच और विचार का आधार है. उन्होंने तुलनात्मक भाषा, संवाद और अनुवाद के बीच के अंतर के बारे में उदाहरण के साथ बताया. इस कार्यक्रम में हिंदी विभाग के सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं और छात्राएं मौजूद थीं. धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रिया कुमारी ने किया.
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