पर्यटन विभाग और वन एवं पर्यावरण विभाग की पटना में हुई संयुक्त बैठक, मुंडेश्वरी पर्वत पर रोपवे पढ़िए क्या हुई बात..
पर्यटन विभाग कैमुर जिलान्तर्गत मुंडेश्वरी पर्वत पर रोपवे अधिष्ठापन हेतु वन मंजूरी, राजगीर स्थित जू एवं नेचर सफारी में ग्रुप पर्यटकों हेतु एवं टूर ऑपरेटर हेतु प्राथमिकता, रियायती दर पर बल्क टिकट की सुविधा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई
पर्यटन विभाग और पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की संयुक्त बैठक शुक्रवार को अरण्य भवन पटना में संपन्न हुई. इस बैठक में दोनों विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार और श्री नीतीश मिश्रा मौजूद रहे. इस अवसर पर दोनों मंत्रियों द्वारा राज्य एवं केंद्र की लंबित योजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. इसके साथ ही बिहार में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के सुझावों पर भी सहमति बनी. बैठक के उपरांत मंत्रियों द्वारा अरण्य भवन में पौधारोपण भी किया गया. इस दौरान दोनों मंत्रियों ने प्रदेशवासियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “एक पेड़ मां के नाम” और #Plant4Mother कैंपेन को आगे बढ़ाने की अपील की.
बैठक में गया जिलान्तर्गत गुरपा में पर्यटन विभाग द्वारा राशि 917.52 लाख रूपया की योजना स्वीकृत किया गया है। योजना का कार्यान्वयन वन प्रमंडल पदाधिकारी, गया द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावा बोधगया स्थित माया सरोवर की भूमि रकवा 5.64 एकड़ पर्यावरण विभाग को हस्तानांतरण का प्रस्ताव, साथ ही इस भूमि के बदले पर्यटकीय विकास हेतु जे.पी. पार्क, बोधगया की सम्पूर्ण भूमि को पर्यटन विभाग को हस्तानांतरित करने पर निर्णय लिया गया. साथ ही इको पर्यटन के विकास हेतु पर्यावरण विभाग एवं पर्यटन विभाग द्वारा MoU किया जाना है. कैमुर जिलान्तर्गत मुंडेश्वरी पर्वत पर रोपवे अधिष्ठापन हेतु वन मंजूरी, राजगीर स्थित जू एवं नेचर सफारी में ग्रुप पर्यटकों हेतु एवं टूर ऑपरेटर हेतु प्राथमिकता, रियायती दर पर बल्क टिकट की सुविधा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई.
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