Bihar Tourism: पटना. उत्तर बिहार का पर्यटन अब महादेव के भरोसे है. बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने उत्तर बिहार में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने की एक योजना तैयार की है. विभाग ने उत्तर बिहार में शिव सर्किट बनाने की तैयारी तेज कर दी है. इसके तहत भगवान शिव से संबंधित पर्यटन स्थलों को विकसित करने की कवायद शुरू की गयी है. इसके लिए पर्यटन निदेशालय, पटना के निदेशक ने पिछले दिनों संबंधित 12 जिलों के डीएम को पत्र लिखा है. ये पत्र वैशाली, पूर्वी चम्पारण, दरभंगा, मधुबनी, अररिया, मधेपुरा, कटिहार, भागलपुर, सिवान, मुजफ्फरपुर, पटना एवं गया के डीएम को लिखे गए हैं.
विभाग ने जिलों से मांगा विस्तृत प्रतिवेदन
इस पत्र में संबंधित डीएम से कहा गया है कि पर्यटन विभाग की ओर से राज्य में विकास भी विरासत भी की संकल्पना के तहत भगवान शिव से संबंधित पर्यटन स्थलों को चरणबद्ध रूप से विकसित करने पर विचार किया जा रहा है. इसके तहत ऐतिहासिक व पौराणिक धरोहरों तथा शिव मंदिरों के विकास की कार्ययोजना तैयार कर उसे मूर्त रूप दिये जाने की योजना बन रही है. पत्र में संबंधित सभी डीएम से अपने जिले से संबंधित स्थलों के विकास की कार्ययोजना के क्रियान्वयन के लिए भूमि चिह्नित कर उसके स्वामित्व तथा नजरी नक्शा से संबंधित विस्तृत प्रतिवेदन विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
इन मंदिरों का होगा विकास
वैशाली जिले में हरिहरनाथ मंदिर, पूर्वी चम्पारण जिले में सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर, दरभंगा जिले में कुशेश्वरनाथ शिव मंदिर, मधुबनी के राजनगर प्रखंड में एकादश रुद्र मंदिर रहिका प्रखंड में कपिलेश्वर स्थान शिव मंदिर तथा बाबूबरही प्रखंड के मदनेश्वर स्थान शिव मंदिर, मधेपुरा जिले में सिंघेश्वर महादेव मंदिर, अररिया जिले के कुर्साकांटा स्थित सुन्दरनाथ महादेव मंदिर, कटिहार जिले में गोरखनाथ शिव मंदिर, भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ मंदिर तथा कहलगांव स्थित बाबा बटेश्वरनाथ मंदिर का मुख्य रूप से विकास होगा. इसके अलावा गया जिले के कोंच मेंकोचेश्वर शिव मंदिर, मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड स्थित भैरव स्थान शिव मंदिर, सीवान जिले के सिसवन स्थित महेन्द्रनाथ शिव मंदिर तथा पटना जिले के खुसरूपुर में बैकटपुर धाम को विकसित किया जायेगा.
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