फुलवारी शरीफ : पटना के फुलवारी शरीफ थाना गोलंबर शहीद भगत सिंह चौक मोड़ के पास गोलंबर पर बीएसएनल केबल मरम्मत के लिए बार-बार सड़क पर गड्ढे करना घातक और जानलेवा साबित हो रहा है. बुधवार की सुबह करीब सवा तीन बजे बड़ा हादसा हो गया. थाना गोलंबर शहीद भगत सिंह चौक पर छड़ लोडेड ट्रैक्टर के पलटने से उसमें दो मजदूर दब गये. इनमें से एक मजदूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी, जबकि दूसरे दबे हुए मजदूर को घायल अवस्था मे पुलिस और स्थानीय लोगों ने छड़ हटा कर निकाला, जिससे उसकी जान बच गयी. वहीं, दुर्घटना के बाद चालक फरार फरार हो गया. घायल मजदूर को पुलिस इलाज के लिए पटना एम्म्स ले गयी. वहीं, काफी मशक्कत के बाद पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगो की मदद से छड़ को हटा कर लाश निकाला गया.
पटना एम्म्स में इलाजरत मजदूर राघोपुर के रूस्तमपुर गांव निवासी मनोज ने बताया कि उसके साथ दबा हुआ मृतक मजदूर उसके ही गांव के स्व गंगा राय का पुत्र अनोज राय है. घायल मजदूर मनोज ने बताया कि पटना के दीदारगंज से छड़ लोड कर ट्रैक्टर से वे लोग फुलवारी शरीफ में किसी छड़ विक्रेता के यहां अनलोड करने आ रहे थे कि अचानक गोलंबर पर गड्ढे में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गयी. दुर्घटना के बाद ट्रैक्टर को चालू अवस्था मे ही छोड़ कर चालक फरार हो गया, जबकि डाला पलटने से वे लोग नीचे गिर गये और उन पर डाला में लदा छड़ गिरने लगा. इसमें अनोज राय छड़ के नीचे दब गया, जबकि मनोज का पैर दब गया, जिसके शोर मचाने पर गश्ती दल में तैनात फुलवारी थाने की पुलिस दौड़ पड़ी.
घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ऑफिसर गया सिंह ने बताया कि एक मजदूर को छड़ के बंडलों के नीचे से निकाला गया और एम्म्स में इलाज के लिए ले जाया गया, जबकि दूसरे मजदूर को जब तक छड़ के बंडलों के नीचे से निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. बाद में नगर परिषद के जेसीबी से सड़क पर गिरे छड़ों के बंडलों को हटा कर सड़क पर आवागमन सुचारू कराया गया. पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर थाने ले गयी. वहीं, मौके से बरामद रसीद के अनुसार पटना सिटी के दादीजी स्टील से छड़ लोडेड ट्रैक्टर फुलवारी-खगौल रोड में सब्जपुरा मोड़ के पास स्थित एक आयरन विक्रेता के दुकान पर अनलोड होने जा रहा था. करीब आधा किलोमीटर पहले ही थाना गोलंबर पर ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
बता दें कि इससे पहले भी यहां इसी गड्ढे के चलते अब तक दर्जन भर से अधिक ट्रक व अन्य भारी वाहन पलट चुके हैं. बीएसएनएल के केबल मरम्मत के बाद गड्ढे को जैसे-तैसे भर कर छोड़ दिया जाता है, जो भारी वाहनों के दिन रात के दबाव से जल्द ही गड्ढे में तब्दील हो जाता है. यहां सब गुजरनेवाले वाहन बराबर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नही जा रहा है, जो बार-बार दुर्घटनाओं का सबब बन रहा है.