Traffic Challan: हेलमेट नहीं तो अब चालान पक्का, 26 जिलों में AI से होगी नियम उल्लंघन करने वालों की पहचान

Bihar News: पटना की तर्ज पर 26 जिलों में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले बच नहीं पाएंगे, AI की मदद से सीसीटीवी के जरिए अपने आप कट जाएगा चालान. 31 मार्च तक सभी 72 चौराहों पर सीसीटीवी लगाने का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

By Anand Shekhar | January 12, 2025 3:19 PM
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Traffic Challan: बिहार में अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना महंगा पड़ेगा. परिवहन विभाग ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. अब AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से जिलों में हेलमेट न पहनने और अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान की जाएगी. इसके लिए प्रदेश के 26 जिलों के 72 महत्वपूर्ण चौराहों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे, जिससे ऑटोमेटिक चालान काटा जाएगा. यह व्यवस्था एक अप्रैल 2025 से लागू होगी.

सख्ती से लागू होंगे यातायात नियम

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि राज्य के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है. स्मार्ट सिटी वाले चार जिलों में यह व्यवस्था पहले से ही लागू है और व्यापक कार्यक्रम के तहत 9 अन्य जिलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. ये सीसीटीवी कैमरे न केवल यातायात उल्लंघन करने वालों की पहचान करेंगे, बल्कि कानून-व्यवस्था तोड़ने वालों की भी पहचान करेंगे.

सीसीटीवी लगाने के प्रस्ताव पर कैबिनेट से मिल चुकी है मंजूरी

परिवहन विभाग की मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 26 जिलों में सीसीटीवी लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इससे निश्चित रूप से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और लोग सड़क सुरक्षा नियमों के पालन के प्रति अधिक जागरूक होंगे.

हेलमेट नहीं लगाने की वजह से 1389 लोगों की मौत

बिहार में वर्ष 2023 में हेलमेट न पहनने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में 1389 लोगों की मौत हुई और 905 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इन मौतों में 882 दोपहिया वाहन चालक और 507 पीछे बैठे सवार थे, जिन्होंने दुर्घटना के समय हेलमेट नहीं पहना था. सड़क दुर्घटना के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा मौतें हेलमेट न पहनने के कारण होती हैं. बिना हेलमेट के सड़क पर वाहन चलाने से सिर में गंभीर चोट लगती है, जो जानलेवा हो सकती है.

ऑटोमेटिक कटेगा चालान

चौराहों पर लगाए जाने वाले अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) तकनीक से लैस होंगे. ये कैमरे वाहन की नंबर प्लेट को अपने आप स्कैन कर लेंगे. किसी भी तरह के ट्रैफिक नियम के उल्लंघन की स्थिति में सिस्टम अपने आप चालान तैयार कर संबंधित वाहन मालिक के पते पर भेज देगा. कैमरे लगाने का काम पूरा करने के लिए मार्च 2025 का लक्ष्य रखा गया है और एक अप्रैल से ऑटोमेटिक चालान कटने शुरू हो जाएंगे.

इन 26 जिलों में सीसीटीवी कैमरे से कटेंगे चालान

मधेपुरा, सुपौल, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, नवादा, समस्तीपुर, मधुबनी, शेखपुरा, जमुई, लखीसराय, बांका, अररिया, किशनगंज, कटिहार, बक्सर, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, गोपालगंज, सिवान, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, खगड़िया, मोतिहारी.

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चलेगा जागरूकता अभियान

इस नई व्यवस्था के लागू होने से पहले आम जनता को इसके बारे में जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. अभियान के तहत यातायात नियमों का पालन करने और चालान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाएगी.

क्या होगा फायदा

  • सीसीटीवी कैमरों के उपयोग से यातायात उल्लंघनकर्ताओं की पहचान की जा सकती है और उन्हें चालान भेजकर नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे सड़क सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी.
  • सीसीटीवी कैमरों के जरिए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान करने से सड़क सुरक्षा में सुधार होगा और अपराध व अन्य गतिविधियों पर भी नियंत्रण किया जा सकेगा.
  • सीसीटीवी कैमरों से एकत्र किए गए डेटा का उपयोग करके यातायात के विभिन्न पहलुओं का अधिक विस्तार से अध्ययन किया जा सकता है. इससे यातायात प्रबंधन में सुधार हो सकता है.
  • सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का उपयोग करके सरकार और प्रशासन सुरक्षा और यातायात के संबंध में क्षेत्रों की जांच कर सकते हैं और उनमें सुधार के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं.

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