राज्य भर में परिवहन नियमों का पालन कराने के लिए लगातार सघन जांच हो रही है, जिसमें डीटीअो, एमवीआइ सहित यातायात पुलिस के अधिकारी भी सड़क पर रहते हैं. शनिवार को खुद परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल जांच अभियान में शामिल होते हैं. बावजूद इसके राज्य भर के एनएच व एसएच पर बड़ी-बड़ी गाड़ियां बिना नंबर के दौड़ रही हैं.
इन गाड़ियों को पकड़ने के लिए कहीं कोई अधिकारी नहीं हैं. इसके ड्राइवर आराम से तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं और अगर कहीं एक्सीडेंट हो जाये, तो आराम से निकल भी जाते हैं, क्योंकि उनकी गाड़ी के पीछे नंबर नहीं होता है. ऐसे में लोग नंबर नोट नहीं कर पाते हैं.
हाइवे पर चलने वाली गाड़ियों में ट्रक व लॉरी दिन भर चलती हैं, जिनमें सामान ढोया जाता है. इनमें अधिकांश गाड़ियों में पीछे में नंबर नहीं होता है. इसको लेकर कोई जांच नहीं होती है. जिस गाड़ी के पीछे नंबर नहीं लिखा होता है. उस गाड़ी के आगे भी नंबर साफ नहीं होता है. ऐसे में इन गाड़ियों से जब एक्सीडेंट होता है, तो यह पकड़ में नहीं आती हैं.
सुबह व रात के समय शहर में आने व बाहर जाने वाली बड़ी गाड़ियों की जांच अधिकारी करते जरूर हैं, लेकिन कागज की जांच नहीं होती है. गाड़ी के ड्राइवर की जांच में खड़े रहने वाले अधिकारियों से अच्छी पैठ होती है. वह आराम से कंडम या बिना नंबर की गाड़ी को लेकर उनके सामने से निकल जाते हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan