पटना : 26 मई को रात नौ बजे मुंबई से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन संख्या 01821 को दानापुर स्टेशन 27 मई की रात 10:35 बजे पहुंचना था. लेकिन, यह ट्रेन रास्ते में कहीं भटक गयी और 30 घंटे की देरी से शुक्रवार की अहले सुबह 4:35 बजे दानापुर स्टेशन पहुंची. इस ट्रेन से उतरे मजदूरों का जैसे-तैसे थर्मल स्क्रीनिंग कर सर्कुलेटिंग एरिया में लाया गया, जहां फूड पैकेट व पानी मुहैया कराया गया. इसके बाद बसों से गृह जिला भेजने की प्रक्रिया शुरू की गयी.
रास्ते में भूखे-प्यासे रहे मजदूर
मुंबई से पहुंची श्रमिक ट्रेन से उतरे सीतामढ़ी के रहने वाले वसीम कहते है कि इटारसी के बाद ट्रेन किसी दूसरी ओर चलने लगी. रात होने की वजह से कुछ पता भी नहीं चल रहा था. मुंबई स्टेशन पर बिस्कुट व पानी दिया गया, जिससे भूख-प्यास बुझाते रहे. लेकिन, एक समय आया, जब खाने को लेकर कुछ नहीं था. एक स्टेशन पर सिर्फ ब्रेड मुहैया कराया गया. इससे पूरे रास्ते भूख व प्यास से बेचैन रहे.
38 बसों से गृह जिला भेजे गये मजदूर
जिला प्रशासन की ओर से दानापुर स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में बसों की व्यवस्था की है. अहले सुबह मुंबई से आयी श्रमिक स्पेशल ट्रेन से करीब 1280 मजदूर उतरे, जिन्हें 38 बसों के माध्यम से गृह जिलों में भेजा गया.
दर्जनों यात्रियों को घंटों करना पड़ा इंतजार
मुंबई से झारखंड के दुमका जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन दिन के 12:05 बजे दानापुर स्टेशन पहुंची. इस ट्रेन से 43 मजदूर उतरे, जिन्हें मोतिहारी, बेतिया, मुजफ्फरपुर जिला जाना था. इन यात्रियों की संख्या कम होने से घंटों सर्कुलेटिंग एरिया में बैठना पड़. इन श्रमिकों को तीन बजे के बाद गृह जिला भेजा गया. वहीं, पंजाब से पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन में रोहतास व कैमूर जिले के अधिक यात्री उतरे, जिन्हें तत्काल फूड पैकेट दिये गये और बसों में बैठा कर गृह जिलों में भेजा गया.