राज्य में 10,323 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों से हो रहा रोगियों का प्राथमिक इलाज
राज्य के ग्रामीण इलाकों में आम लोगों के प्राथमिक इलाज के लिए 10 हजार 323 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर काम कर रहे हैं. इन सेंटरों पर गंभीर रोगियों की पहचान कर उन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है.
* सेंटर पर 151 किस्म की दवाओं की उपलब्धता का है प्रावधान
संवाददाता, पटनाराज्य के ग्रामीण इलाकों में आम लोगों के प्राथमिक इलाज के लिए 10 हजार 323 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर काम कर रहे हैं. इन सेंटरों पर गंभीर रोगियों की पहचान कर उन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है. राज्य में स्वास्थ्य उपकेंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के स्वरूप में परिवर्तन कर वहां बेहतर इलाज और सेवा की व्यवस्था की गयी है. यह जानकारी केंद्र सरकार द्वारा विकसित किये गए पोर्टल पर 31 जनवरी, 2024 तक दर्ज आंकड़ों से मिली है. इसके अनुसार 31 जनवरी, 2024 तक राज्य में 1254 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 8766 स्वास्थ्य उपकेंद्र, 197 आयुष डिस्पेंसरी और 106 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा चुका है.
* सामान्य गर्भावस्था एवं सामान्य प्रसव सेवाएं
* नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं* बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं
* परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं* राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन
* बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन* गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन
* नेत्र एवं इएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं* मौखिक स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं
* वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं* सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं
* मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है