जल्द ही बच्चों को भी लगेगा कोरोना का टीका, पटना AIIMS में इसी माह शुरू होगा वैक्सीन का ट्रायल, मिली अनुमति
पटना एम्स को भी बच्चों पर कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन के ट्रायल की अनुमति मिल गयी है. पटना एम्स के नोडल अधिकारी डॉ संजीव कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस माह के अंत तक दो से 18 साल के बच्चों पर इसके ट्रायल की शुरुआत की जायेगी. इसकी तैयारी चल रही है. उन्होंने बिहार के अभिभावकों से अपील की कि ज्यादा-से-ज्यादा बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल के लिए वे आगे आएं. उन्होंने 1000 से 2000 बच्चों पर ट्रायल करने की बात कहीं.
पटना एम्स को भी बच्चों पर कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन के ट्रायल की अनुमति मिल गयी है. पटना एम्स के नोडल अधिकारी डॉ संजीव कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस माह के अंत तक दो से 18 साल के बच्चों पर इसके ट्रायल की शुरुआत की जायेगी. इसकी तैयारी चल रही है. उन्होंने बिहार के अभिभावकों से अपील की कि ज्यादा-से-ज्यादा बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल के लिए वे आगे आएं. उन्होंने 1000 से 2000 बच्चों पर ट्रायल करने की बात कहीं.
13 मई को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दो से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी भारत बायोटेक को दी. कोरोना वैक्सीन पर निगाह रखने वाली सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने इसकी सिफारिश की थी. बताया जा रहा है कि भारत बायोटेक की ओर से यह ट्रायल 525 वॉलंटियर्स पर किया जायेगा. बच्चों पर ट्रायल का यह फेज-2 और फेज-3 होगा. ट्रायल के दौरान पहली और दूसरी वैक्सीन का डोज 28 दिनों के अंतर पर दिया जायेगा.
वहीं शनिवार को बिहार में एक लाख 24 हजार 104 लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गयी. इनमें एक लाख 12 हजार 13 पहला डोज लेनेवाले थे. इनमें 18-44 वर्ष के लोगों की संख्या 97,092 थी. अब तक 18-44 वर्ष के 6,09,287 लोगों ने पहला डोज लिया है. राज्य में अब तक 89 लाख 88 हजार 981 को वैक्सीन दी जा चुकी है.
दूसरी तरफ भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआइ) ने शनिवार को कहा कि किसी भी व्यक्ति को टीका लगाने, अस्पताल में भर्ती करने या इलाज उपलब्ध कराने से सिर्फ इस वजह से इनकार नहीं किया जा सकता कि उसके पास आधार कार्ड नहीं है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan