पटना मेट्रो के कॉरिडोर 2 पर (पटना जंक्शन से अशोक राजपथ, राजेंद्र नगर होते हुए आईएसबीटी तक) दो स्टेशनों के बीच पहले टनल की खुदाई का काम लगभग पूरा हो चुका है. मोइनुल हक स्टेडियम और यूनिवर्सिटी स्टेशन के बीच डाली गई दो टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) में से एक दो से तीन दिन में यूनिवर्सिटी से बाहर आ जाएगी. इस टीबीएम को पिछले साल अप्रैल महीने में लॉन्च किया गया था. दूसरी टीबीएम निकलने में अब भी दो से तीन माह का वक्त लग सकता है. मोइनुल हक स्टेडियम से विवि स्टेशन के बीच लगभग 1.5 किमी की दूरी है.
वहीं, कॉरिडोर दो के पटना विवि स्टेशन और गांधी मैदान स्टेशन के बीच भी अगले डेढ़ से दो माह में यानी मई तक खुदाई शुरू हो जायेगी. फिलहाल इस कॉरिडोर पर मोइनुल हक स्टेडियम से पटना विवि के बीच और गांधी मैदान से आकाशवाणी के बीच खुदाई चल रही है.
ड्रैग थ्रू कर सीधा गांधी मैदान पहुंचेगी टीबीएम
जानकारी के मुताबिक विवि से निकलने वाली टीबीएम ही गांधी मैदान के लिए पुन: लांच होंगी. इस प्रक्रिया को पूरा होने में डेढ़ से दो माह का समय लग सकता है. इसके लिए टीबीएम को विवि से निकाल कर पुन: नये शॉफ्ट पर उतारा जायेगा और रि-एसेंबल कर लांच किया जायेगा. इस टीबीएम को पीएमसीएच में नहीं निकाला जायेगा. यह टीबीएम ड्रैग थ्रू होते हुए सीधा गांधी मैदान में निकलेगी. इस दौरान वह लगभग ढाई किमी की दूरी तय करेगी. विवि से गांधी मैदान तक की दूरी तय करने के बाद दोनों टीबीएम का कार्य समाप्त हो जायेगा.
गांधी मैदान-आकाशवाणी के बीच दिसंबर 2023 से शुरू हुई थी खुदाई
मालूम हो कि पटना मेट्रो के इस कॉरिडोर में गांधी मैदान से आकाशवाणी के बीच लगभग 1.5 किमी की खुदाई भी दिसंबर, 2023 में शुरू हो चुकी है. इस रूट पर दो टीबीएम लांच की गयी हैं. अधिकारियों के मुताबिक इन दोनों टीबीएम का काम पूरा होने के बाद इनको ही मोइनुल हक स्टेशन के दूसरे छोर से राजेंद्र नगर होते हुए कंकड़बाग के मलाही पकड़ी तक खुदाई के लिए लांच किया जायेगा. यह टनल मलाही पकड़ी से पहले कटर कवर में निकलेगा, क्योंकि यहां से आइएसबीटी तक मेट्रो का एलिवेटेड रूट है.
चिकनी मिट्टी होने से खुदाई में लग रहा अधिक समय
दरअसल, स्टेडियम से विवि तक लांच टीबीएम को लगभग 1.5 किमी का सफर चार से पांच महीने में ही तय करना था. लेकिन, पटना की मिट्टी क्ले (चिकनी) होने से इसकी खुदाई में दूसरे शहरों के मुकाबले थोड़ा अधिक समय लगा है. मेट्रो निर्माण से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि टीबीएम को खुदाई के दौरान चिकनी मिट्टी मिलने से उसको काटने में काफी सावधानी बरतनी पड़ रही है.
मेट्रो के लिए खुदाई में एलाइनमेंट का खासा ध्यान रखा जाता है. इसको देखते हुए पथरीली या बलुआही मिट्टी थोड़ी उपयुक्त होती है. लेकिन, नदी किनारे बसे होने से पटना की मिट्टी चिकनी है. इसलिए मशीन को काफी धीमा संचालित किया जा रहा है, ताकि उसका एलाइनमेंट न बिगड़े.
- पटना मेट्रो कॉरिडोर दो : आइएसबीटी से पटना जंक्शन वाया बाइपास, राजेंद्र नगर, अशोक राजपथ, गांधी मैदान, फ्रेजर रोड
- एलिवेटेड स्टेशन : मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू आइएसबीटी
- अंडरग्राउंड स्टेशन : राजेंद्र नगर, मोइनुल हक स्टेडियम, पटना विवि, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी