ढाई महीने बाद आज से मंदिरों में बजेंगी घंटियां, मस्जिदों में होगी अजान
लगभग ढाई महीने के लंबे अंतराल के बाद श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका मिलेगा. आज से पटना सहित सूबे के तमाम मंदिर,मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च, मठ, ठाकुरबाड़ी आदि खुल जायेंगे.
लगभग ढाई महीने के लंबे अंतराल के बाद श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका मिलेगा. आज से पटना सहित सूबे के तमाम मंदिर,मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च, मठ, ठाकुरबाड़ी आदि खुल जायेंगे. मंदिर खुलने की पूर्व संध्या पर हर जगह लोग अंतिम तैयारियों में जुटे हुए थे, ताकि सोशल डिस्टैंसिंग का पूर्ण रूप से पालन किया जा सके. महावीर मंदिर में जहां भक्तों की लाइन लगी होती है, वहां भी अब सभी भक्त नियम का पालन करते हुए भगवान का दर्शन कर सकेंगे. इसके साथ ही स्टेशन रोड स्थित जामा मस्जिद से लेकर सभी मस्जिद, पटना साहिब व फ्रेजर रोड के गुरुद्वारे व अशोक राजपथ के चर्चों में प्रार्थना हो सकेगी. धार्मिक स्थलों के बाहर सभी जगहों पर साइनेज बोर्ड लगाये गये हैं, ताकि लोग सोशल डिस्टैंसिंग का ठीक से पालन करें.
धार्मिक स्थलों को लेकर गाइडलाइन
बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने भी सभी मंदिर, मठ व ठाकुरबाड़ी को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित कंटेनमेंट जोन से बाहर के सभी धार्मिक परिसरों में गाइडलाइन का पालन किया जाना अनिवार्य होगा.
इन नियमों का रखना होगा ख्याल
65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मंदिर में न आने की सलाह दी गयी.
सभी भक्तों और श्रद्धालुओं के नाक व मुंह पर मास्क, गमछा या रूमाल से ढकने की जरूरत है.
प्रबंधक, व्यवस्थापक और श्रद्धालुओं सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराने की बात की गयी.
महंत, न्यासधारी, न्यास समिति मंदिर खोलने के पूर्व भक्तों सैनेटाइज करने या हाथ धुलाया जाये.
प्रांगण में किसी प्रकार के धार्मिक आयोजन, अनुष्ठान आगे की आदेश तक रोक रहेगी.
केवल दर्शन की अनुमति दी गयी है. भक्तों को का एक साथ बैठक पूजा-पाठ करने पर रोक जारी रहेगी.
मंदिर प्रशासन को यह अधिकार होगा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष तिथियों व त्योहारों पर आवश्यक कदम उठा सकती है.
मंदिर प्रांगण में पान-गुटखा, तंबाकु का प्रयोग एवं विक्रय नहीं
दानापुर में खुलेंगे मंदिरों के कपाट, दर्शन देंगे भगवान
दानापुर. ढाई महीने लंबे लॉकडाउन के बाद सोमवार से नगर के मंदिरों में फिर बजेगा घंटी, बजेंगे शंख, होगी आरती और लगेगा भोग. भक्त अपने इष्टदेव के दर्शन कर निहाल होंगे. सोमवार की सुबह विशेष पूजा-अर्चना के बाद मंदिरों के कपाट खोलने की तैयारी पूरी कर ली गयी है. पेठिया बाजार स्थित प्राचीन काली मंदिर व सुल्तानपुर शनिचरा स्थान स्थित शनि देव मंदिर भक्त व श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जायेंगे.
बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर में भी है पूरी तैयारी
कोरोना काल में भगवान से दूर हो चूके भक्तों के लिए राहत की खबर है. सरकार के दिशा निर्देश पर मंदिर की ओर से सोशल डिस्टैंसिंग के तहत भक्तों के दर्शन की व्यवस्था की गयी है. महंत भगवान दास ने बताया कि कोरोना के इस महामारी में भक्तों की सुरक्षा बहुत जरूरी है. इसके लिये सरकार द्वारा दो गाइडलाइन बनायी गयी है उसका पालन कराने का प्रयास किया जायेगा.
मास्क लगाकर मस्जिदों में नमाज पढ़ने जाएं
फुलवारी शरीफ. बिहार झारखंड उड़ीसा के मुसलमानों की सबसे बड़ी एदारा इमारत शरिया ने लोगो से अपील किया है कि कोरोना के चलते जो सरकार की गाइडलाइंस है, उसके अनुसार ही मस्जिदों में नमाज अदा करेंगे. कार्यवाहक नाजिम मौलाना शिबली अल कासमी ने कहा कि नमाज पढ़ने मस्जिद आने वाले अपने घर से ही वजू बनाकर और मास्क लगाकर आएंगे.
श्रद्धालुओं के लिए बैकुंठनाथ मंदिर के पट खुलेंगे
लॉकडाउन में दो महीने मंदिर बंद रहने के बाद आज से खुलने की तैयारी है. खुसरूपुर के प्राचीन मंदिर श्री गौरी शंकर बैकुंठनाथ मंदिर कमेटी के सदस्यों ने निम्न शर्तों को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. गौरतलब है कि भोले की नगरी कहे जाने वाले खुसरूपुर के प्राचीन मंदिर (श्री गौरी शंकर बैकुंठनाथ मंदिर) का द्वार सोमवार आठ जून को सभी भक्तों के लिए खुल जायेगा. बैकुंठनाथ मंदिर के अध्यक्ष रणवीर नंदन ने बताया कि मंदिर के अंदर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के हाथों को सैनिटाइज कराया जायेगा. श्रद्धालुओं को मूर्ति व घंटी स्पर्श करने की इजाजत नहीं होगी. मास्क, रूमाल या गमछा से चेहरा ढक कर ही आना होगा तभी मंदिर में प्रवेश मिलेगा.
सोमवार से खुल जायेगा हांडी साहिब गुरुद्वारा
नगर के हांडी साहिब गुरुद्वारा सोमवार से खोलने की सारी तैयारी की जा रही है. ग्रंथी सत्य लोक सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा को सैनिटाइजर कराया गया है. भक्त मास्क पहनकर प्रवेश करेंगे व गोला के अंदर रहते हुए अंदर जायेंगे. साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं गुरुद्वारा में मत्था टेकेंगे. श्री सिंह ने बताया कि सरकारी गाइडलाइन का पालन किया जायेगा.