धनरूआ में दो दर्जन लोग डायरिया से पीड़ित
धनरूआ के बहरामपुर पंचायत स्थित अमरपुरा गांव के एक बड़े भाग में डायरिया का प्रकोप है. यहां दो दर्जन लोग डायरिया से पीड़ित हैं.
मसौढ़ी
धनरूआ के बहरामपुर पंचायत स्थित अमरपुरा गांव के एक बड़े भाग में डायरिया का प्रकोप है. यहां दो दर्जन लोग डायरिया से पीड़ित हैं. डायरिया से पीड़ित छोटे-बड़ों के साथ दो गर्भवती महिलाओं का उपचार पहले स्थानीय स्तर पर ग्रामीण चिकित्सक द्वारा किया गया. जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ और प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना आशा को दी. इधर शनिवार को सूचना पाकर धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय मेडिकल टीम अमरपुर पहुंची और डायरिया से प्रभावित लोगों में मोहन चौधरी (45), प्रमोद चौधरी ( 28), प्रमोद चौधरी का पुत्र मोनु कुमार (08) वैभू चौधरी ( 35) , विक्की चौधरी की पुत्री पूजा चौधरी (05), प्रिया चौधरी ( 27 ) प्रदीप चौधरी की पुत्री सुषमा चौधरी ( 11 ) विजय चौधरी( 45) और लालजी चौधरी (44) समेत दो दर्जन डायरिया पीड़ितों का उपचार किया. इस दौरान इससे प्रभावित लोगों को मेडिकल टीम ने ओआरएस समेत अन्य दवा देते हुए गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी कराया. बाद में मेडिकल टीम ने इनमें से पांच गंभीर लोगों की खराब स्थिति को देखते हुए अपने साथ लेकर धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया. इधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी ने बताया कि मेडिकल टीम ने डायरिया से प्रभावित लोगों का समुचित उपचार किया है. साथ ही धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वहां नजर रख रही है.
सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती पांच मरीज हुए फरार
धनरूआ के अमरपुरा में डायरिया से पीड़ित पांच वैसे लोगों जिनकी हालत खराब थी, मेडिकल टीम अपने साथ लेकर धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया. बताया जाता है कि करीब एक घंटे तक बेड पर पड़े रहे मरीज अचानक परिजनों के साथ स्वास्थ्य केन्द्र से फरार हो गये. उनका आरोप था कि चिकित्सक बेहतर उपचार का हवाला देकर यहां लाये और बेड पर छोड़ दिया और एक घंटा तक कोई पूछने नहीं आया. इससे हमलोगों को लगा कि इससे बेहतर तो हमलोग ग्रामीण चिकित्सक के उपचार में थे.यहां रहने से कोई फायदा नहीं है. इधर, मरीज के अस्पताल से भाग जाने के बाद अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मच गया और वे मरीज को खोजते रहे, लेकिन कोई नहीं मिला. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी का कहना है कि अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर बेड मुहैया कराया गया. इसके बावजूद वे भाग निकले. मरीजों को कोई बहकाकर प्राइवेट में कहीं लेकर चला गया है.
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