प्रतिनिधि, बाढ़
बाढ़ के उमानाथ गंगा घाट पर बुधवार को स्नान के दौरान दो बच्ची गंगा में डूब गयी. डूबने की सूचना मिलने पर प्रशासन के लोग गंगा घाट पर पहुंचे व स्थानीय गोताखोरों की सहायता से खोजबीन शुरू कर दी.
बताया जाता है कि शेखपुरा जिले के बंगाली टोला निवासी मनोहर पूरे परिवार के साथ स्नान के लिए उमानाथ आये थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी लोग स्नान कर रहे थे, लेकिन बैरिकेडिंग के बाहर बच्चियां स्नान कर रही थी. गंगा की धारा में चार लड़कियां बहने लगी, जिसमें से दो को स्थानीय लोगों द्वारा बचा लिया गया, जबकि दो बीच धारा में जाने के कारण गंगा में बह गयी और वह डूब गयी. हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें बच्चियां जानबूझकर धारा की तरफ स्नान करते हुई नजर आ रही हैं. परिजन मनोहर ने बताया कि इस हादसे में उसकी आठ वर्षीय बेटी अनु तथा 13 वर्षीय भतीजी माही डूब गयी.
मनोहर इतना नर्वस था, कि वह ठीक से न तो खड़ा हो पा रहा था, न ही बोल पा रहा था. वहीं महिलाओं का रो रोकर हाल बेहाल हो गया. उमानाथ गंगा घाट पर ही कल भी एक युवक डूब गया था. कुछ लोग प्रशासन की लापरवाही बताते हैं तो कुछ लोग स्वयं की गलती के कारण हादसे का शिकार हो जाते हैं.
प्रशासन द्वारा भी कई बार बैरिकेडिंग से बाहर जाकर स्नान करने की मनाही की जाती है, लेकिन बावजूद इसके लोग नियम का उल्लंघन करने से बाज नहीं आते.मनेर में गंगा में नहाने गयी किशोरी डूबी मनेर. ब्रह्मचारी में गंगा में नहाने के क्रम में 13 वर्षीय किशोरी गहरे पानी में डूबकर लापता हो गयी. लापता किशोरी अपने परिवार वालों के साथ शादी के बाद होने वाली चौठारी पुजा करने आयी थी. सूचना पर एसडीआरएफ की टीम ने दो बोट के सहारे घंटों नदी में सर्च अभियान चलाया, मगर देर शाम तक किशोरी का कुछ पता नहीं हो सका. अब गुरुवार को भी नदी में सर्च अभियान चलाया जायेगा. ब्रह्मचारी सुवर्णा निवासी मुकेश राय के घर से महिलाएं गंगा घाट पर पुजाइ करने आयी थीं. इसी दौरान मुकेश कुमार की 13 वर्षीय पुत्री आशो कुमारी नदी में नहाने लगी. इस बीच वह गंगा नदी के गहरे पानी में चली गयी और तेज धारा में बह गयी. मुखिया प्रतिनिधि सरोज कुमार ने बताया कि सूचना देने पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची थी, लेकिन उसका पता नहीं चल सका.
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