पटना : पटना के कोरोना मरीजों को इन दिनों शानदार होटलों में रखा जा रहा है. उन्हें वीवीआइपी सुविधाएं मिल रही है. सरकार से मिल रही इन बेहतरीन सुविधाओं को पाकर कोरोना मरीज खुश है. पटना में मरीजों को होटलों में रखने का यह प्रयोग देश भर के लिए एक मिसाल बन गया है. शहर के दो बड़े होटलों में रखकर उनका इलाज हो रहा है. बेली रोड राजाबाजार स्थित होटल एवीआर व इन्कम टैक्स गोलंबर के पास स्थित होटल पाटलिपुत्र अशोक को करीब एक सप्ताह पहले इसके लिए अस्थायी अस्पताल में बदल दिया गया है. यहां मेडिकल टीम की तैनाती की गयी है जिसमें डाॅक्टर, नर्स व पारामेडिकल कर्मी शामिल हैं.
पटना के होटल एवीआर में शनिवार रात तक 17 कोरोना पाॅजिटिव मरीज थे. जबकि, होटल पाटलिपुत्र अशोक में दो कोरोना मरीज रखे गये थे. पाटलिपुत्र अशोक को पूर्व में क्वारेंटिन सेंटर बनाया गया था. पहले इसमें जिन लोगों की विदेशों से जुड़ी ट्रेवल हिस्ट्री रहती थी या कोरोना संदिग्ध होते थे उन्हें जांच रिपोर्ट आने तक यहां रखा जाता था. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद सिविल सर्जन कार्यालय अब यहां कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को भी रख रहा है. हालांकि, गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाया जायेगा. डाॅक्टरों की टीम मरीजों के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखती है. मरीजों को भी इलाज से जुड़े आवश्यक प्रोटोकाॅल का पालन करना होता है.
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक कोरोना मरीजों को अस्पताल की जगह बेहतरीन सुविधाओं वाले होटल के कमरे में जब रखा जाता है, तो उन्हें भी यकीन नहीं हो रहा कि इतनी अच्छी खातिरदारी उनकी होगी. हर मरीज को अलग-अलग कमरे दिये गये हैं. आम दिनों में ऐसे कमरों का किराया तीन से लेकर पांच हजार प्रतिदिन होता है. लेकिन, मरीजों को यह सारी सुविधाएं मुफ्त में मिल रही हैं. समय में पैक किया हुआ खाना मिलता है, चाय और गर्म पानी भी दिया जा रहा है. सिविल सर्जन डाॅ राजकिशोर चौधरी ने बताया कि हम पटना के कोरोना मरीजों को वीवीआइपी सुविधाएं दे रहे हैं. होटल एवीआर व होटल पाटलिपुत्र अशोक में फिलहाल कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को रखा जा रहा है. यहां उन्हें अलग कमरा, अच्छा खाना, अच्छा बेड दिया जा रहा है. 24 घंटे मेडिकल टीम यहां तैनात रहती है.
– साकिब की रिपोर्ट