अकबरपुर. थाने से महज एक किमी की दूरी पर स्थित रोहतास नगर पंचायत के नोनिया बिगहा टोला में सुबह से शाम तक शराब पीनेवालों का जमावड़ा लगा रहता है. जानकारी के अनुसार इस गांव में प्रत्येक दिन लगभग दो हजार लीटर देसी शराब की खपत होती है. प्रशासन द्वारा गाहे-बगाहे छापेमारी कर ली जाती है. लेकिन, यह कार्रवाई महज एक खानापूर्ति साबित होती है. छापेमारी के लिए पुलिस की टीम उस समय वहां पर पहुंचती हैं, जब शराब पीनेवाले और बेचने वाले दोनों निकल जाते हैं. यही कारण है कि नोनिया बिगहा टोला पर शराब बेचने वाले व पीने वालों का जमावड़ा लगा रहता है.
पियक्कड़ों के कारण आसपास में बसे शरीफ लोग काफी परेशान हैं. कई बार बगल में बसे मिल्की गांव निवासी इन सब बातों को लेकर रोष व्यक्त कर चुके है. इसके बावजूद शराबियों का आवागमन बंद नहीं हो रहा है. उस टोला के स्थानीय लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि धंधेबाजों द्वारा सोन नदी के बीच डीला पर से प्रतिदिन युवकों द्वारा पांच सौ रुपये देकर शराब की खेपे मंगायी जाती हैं. तस्कर पैदल ही रास्ते से आया-जाया करते है. इस कार्य में लगभग एक दर्जन से युवक शामिल हैं. इतना ही नहीं युवकों को फ्री में शराब पिलायी जाती है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस नोनिया बिगहा में प्रतिदिन दो हज़ार लीटर कि कम से कम खपत होती है. सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों लोग शराब पीने के लिए आते हैं. इस वजह से शरीफ लोगों को काफी परेशानी होती है. उनके घर में जो महिलाएं हैं, उन्हें अंदर बाहर जाने-आने में काफी दिक्कतें होती है. ज्ञात हो कि पूर्व में इस टोला पर से पुरुष एवं महिला शराब कारोबार की वजह से जेल तक जा चुके हैं. इसके बाद कुछ दिनों तक लोगों को आनाजाना बंद हो जाता है. लेकिन, पुलिस की कार्रवाई सुस्त पड़ते ही फिर लोगों द्वारा शराब का धंधा चालू कर दिया जाता है. पिछले कुछ दिनों से कार्रवाई नहीं होने के कारण शराब धंधेबाजों का मनोबल काफी बढ़ गया है.
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थानाध्यक्ष कुमार धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त होने पर छापेमारी की जायेगी. इसमें कभी भी किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जायेगी. अगर ऐसी बात है तो यथाशीघ्र कार्रवाई कर उसमें संलिप्त धंधेबाज व पियक्कड़ों को गिरफ्तार किया जायेगा. किसी को नहीं बख्शा नहीं जायेगा.